भारत-पैराग्वे संबंधों को नई दिशा, हैदराबाद में पीएम मोदी और राष्ट्रपति सैंटियागो की अहम बैठक
नई दिल्ली। भारत और पैराग्वे के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हैदराबाद हाउस में पैराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस से मुलाकात की। इस अहम बैठक में दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को विस्तार देने और वैश्विक चुनौतियों से मिलकर निपटने पर गहन चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को हैदराबाद हाउस में पैराग्वे के राष्ट्रपति सैंटियागो पेना पालासिओस के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और आपसी संबंधों को नई दिशा देने पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति पेना की भारत यात्रा को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह गौरव की बात है कि आप भारत के दौरे पर आए हैं। यह केवल दूसरी बार है जब किसी पैराग्वे राष्ट्रपति ने भारत की यात्रा की है। हमें खुशी है कि आप एक मजबूत प्रतिनिधिमंडल के साथ आए हैं और दिल्ली के अलावा मुंबई भी जाएंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारी साझेदारी से दोनों देशों की समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा। दोनों नेताओं के बीच आर्थिक सहयोग, डिजिटल तकनीक, ऊर्जा, कृषि, स्वास्थ्य, रक्षा, रेलवे और अंतरिक्ष जैसे विविध क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने इस पर कहा कि इन क्षेत्रों में हमारे पास अनेक नए अवसर हैं, जिनका हम मिलकर लाभ उठा सकते हैं।
दोनों देश आतंक के खिलाफ सुरक्षा के मोर्चे पर भी भारत और पैराग्वे के साझा रुख पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत और पैराग्वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। साथ ही, साइबर अपराध, संगठित अपराध और मादक पदार्थों की तस्करी जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग को और बढ़ाया जा सकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के ‘ग्लोबल साउथ’ से जुड़ाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारत और पैराग्वे समान उम्मीदें और चुनौतियां साझा करते हैं, जिससे आपसी अनुभवों से सीखकर बेहतर समाधान निकाले जा सकते हैं। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कोविड महामारी के समय भारत ने अपने यहां बनी वैक्सीन पैराग्वे को उपलब्ध कराई थी, जिससे दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की भावना मजबूत हुई। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति पेना की यह यात्रा भारत और पैराग्वे के रिश्तों में एक नया अध्याय जोड़ेगी और भारत-लैटिन अमेरिका संबंधों को भी नई गति प्रदान करेगी।