कोटद्वार स्थित कर्णव आश्रम में रेस्क्यू सेंटर जू के रूप में हासिल की एक और ऐतिहासिक उपलब्धि
चन्द्र मोहन जदली
इसे कहते हैं विकास की बयार बहना डा0 हरक सिंह रावत वन एवं पर्यावरण मंत्री उत्तराखंड सरकार के अथक प्रयासों से फिर एक ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त हुई उतराखंड को 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन यह शुभ समाचार उत्तराखंड प्रदेश वासियों के लिए किसी सपने का सच होने से कम नहीं है जहां प्रदेश द्वारा स्वीकृत चिड़ियापुर के चिड़ियाघर को 5 साल बीत जाने के बाद भी भारत सरकार की स्वीकृति प्राप्त नहीं हो पाई वहीं दूसरी ओर डॉ हरक सिंह रावत के अथक प्रयासों से कोटद्वार स्थित कण्व आश्रम में रेस्क्यू सेंटर / जू की मात्र 6 महीने में आज स्वीकृति प्राप्त कर ली गई।
वन मंत्री उत्तराखंड सरकार ने केंद्रीय वन मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन के साथ कई स्तर की बैठकों के फल स्वरुप ही यह ऐतिहासिक सौगात उतराखंड को मिल पाई है इस मौके पर माननीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने केंद्रीय वन मंत्री डॉ हर्षवर्धन का हृदय की गहराइयों के साथ उनका धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही इस पूरे प्रकरण में केंद्रीय वन मंत्री के निजी सचिव हार्दिक शाह आईएएस जिन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर भी इस रेस्क्यू सेंटर /जू के लिए मेहनत की उनका भी डॉ हरक सिंह रावत ने उत्तराखंड सरकार की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया है।
विकास की इस रफ्तार में जिस तरह से वन विभाग ने अपनी भूमिका वन मंत्री श्री रावत के नेतृत्व में निभाई है उससे वन मंत्री ने वन विभाग के प्रति आम जनता की धारणा को बिल्कुल बदल के रख दिया है ।अब वन विभाग विकास में अवरोधक के रूप में नहीं बल्कि विकास के सहयोगी के रूप में एक नई पहचान प्राप्त करेगा।