केंद्र ने व्यापार के उभरते मुद्दों से निपटने के लिए ‘वैश्विक टैरिफ और व्यापार हेल्पडेस्क’ की शुरुआत की
भारत सरकार ने वैश्विक व्यापार के उभरते मुद्दों से निपटने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। वाणिज्य विभाग और विदेश व्यापार निदेशालय (डीजीएफटी) ने ‘वैश्विक टैरिफ और व्यापार हेल्पडेस्क’ का संचालन शुरू किया है, जो व्यापारिक गतिविधियों में आ रहे नए बदलावों, खासतौर पर टैरिफ में होने वाले परिवर्तनों और आयात-निर्यात से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए व्यापारियों को सहारा देगा।
भारत के व्यापार परिदृश्य में अहम बदलाव
वैश्विक व्यापार में निरंतर हो रहे परिवर्तनों के कारण, भारतीय आयातकों और निर्यातकों को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इनमें आयात में अचानक उछाल, एक्जिम क्लीयरेंस, रसद और आपूर्ति श्रृंखला से संबंधित समस्याएं, वित्तीय और बैंकिंग समस्याएं, साथ ही विनियामक और अनुपालन मुद्दे प्रमुख हैं। इसके साथ ही, नए टैरिफ और काउंटर-टैरिफ उपायों की शुरूआत भी इन समस्याओं को और बढ़ा सकती है।
इन मुद्दों का समाधान सुनिश्चित करने के लिए, डीजीएफटी ने एक समर्पित हेल्पडेस्क स्थापित किया है, जहां व्यापारी अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं और उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए समाधान खोजे जा सकते हैं।
हेल्पडेस्क की प्रमुख विशेषताएँ
‘ग्लोबल टैरिफ और व्यापार हेल्पडेस्क’ आयात और निर्यात से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने में मदद करेगा। यह हेल्पडेस्क आयात में उछाल या डंपिंग, एक्जिम निकासी, रसद और आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियों, वित्तीय समस्याओं, विनियामक या अनुपालन मुद्दों, और अन्य व्यापार संबंधी समस्याओं पर विचार करेगा।
इसके अलावा, हेल्पडेस्क केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के अन्य मंत्रालयों और एजेंसियों से सहयोग प्राप्त करने के लिए भी समन्वय करेगा, ताकि समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
कैसे प्राप्त करें सहायता
व्यापारी अपनी समस्याओं को डीजीएफटी की वेबसाइट पर जाकर दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करना होगा:
- डीजीएफटी वेबसाइट (https://dgft.gov.in) पर जाएं।
- ‘सर्विसेज’ सेक्शन में जाकर ‘डीजीएफटी हेल्पडेस्क सेवा’ चुनें।
- ‘नया अनुरोध बनाएं’ पर क्लिक करें और श्रेणी के रूप में ‘वैश्विक टैरिफ और व्यापार और मुद्दे’ चुनें।
- उप-श्रेणी का चयन करें, जैसे आयात चुनौतियां, निर्यात चुनौतियां, आयात में उछाल, एक्जिम निकासी, रसद या आपूर्ति श्रृंखला चुनौतियां, या अन्य समस्याएं, और सभी प्रासंगिक जानकारी दर्ज करके सबमिट करें।
इसके अतिरिक्त, व्यापारी ईमेल आईडी dgftedi[at]nic[dot]in पर भी अपनी समस्याएं भेज सकते हैं या टोल-फ्री नंबर 1800-111-550 पर कॉल कर सकते हैं।
समाधान ट्रैकिंग की सुविधा
व्यापारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए डीजीएफटी द्वारा स्टेटस ट्रैकर की सुविधा दी गई है, जिससे वे अपनी समस्याओं का समाधान और फीडबैक की स्थिति को ट्रैक कर सकते हैं। समाधान की स्थिति अपडेट होने पर ईमेल और एसएमएस के माध्यम से सूचना भेजी जाएगी, जिससे व्यापारियों को त्वरित और प्रभावी सहायता मिल सकेगी।
निष्कर्ष
‘वैश्विक टैरिफ और व्यापार हेल्पडेस्क’ का उद्घाटन भारत के व्यापारिक माहौल को और मजबूत करेगा। यह पहल व्यापारियों को न केवल अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने का अवसर देगी, बल्कि यह वैश्विक व्यापार में भारत की स्थिति को भी सुदृढ़ करेगी। व्यापारियों को इन सहायता सेवाओं का उचित उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वे व्यापारिक चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकें।