Amar sandesh दिल्ली/गांधीनगर, 27 मई ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात दौरे के दूसरे दिन गांधीनगर के महात्मा मंदिर में 5,536 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने देशवासियों को संबोधित करते हुए आतंकवाद, पाकिस्तान की नीतियों और राष्ट्रभक्ति की भावना पर बेबाकी से अपने विचार रखे।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं दो दिन से गुजरात में हूं। जहां-जहां गया, वहां लहराता तिरंगा, सिंदूरिया सागर की गर्जना और जन-जन के दिल में मातृभूमि के प्रति अपार प्रेम देखने को मिला। यह दृश्य केवल गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारतवर्ष के हर कोने और हर नागरिक के दिल में देशभक्ति की ज्वाला धधक रही है।”
पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने पर कड़ा प्रहार करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “शरीर चाहे जितना भी ताकतवर हो, एक कांटा भी असहनीय पीड़ा दे सकता है। 1947 में मां भारती के टुकड़े हुए। अगर उसी समय आतंकवादियों को खत्म कर दिया गया होता और सरदार पटेल की बात मानी गई होती, तो कश्मीर में 75 वर्षों से चल रहा यह सिलसिला समाप्त हो चुका होता।”
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान की सैन्य पराजय ने उसे प्रॉक्सी वॉर की राह पकड़ने पर मजबूर किया। “जब-जब पाकिस्तान ने युद्ध किया, भारत ने उसे करारी शिकस्त दी। अब वह छद्म युद्ध के जरिए आतंकियों को भारत भेजता है। लेकिन आज भारत बदला है — हम आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारते हैं, और पाकिस्तान उन्हें सम्मान से विदा करता है।”
प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण न केवल राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता पर केंद्रित था, बल्कि यह स्पष्ट संदेश भी था कि भारत अब आतंक और आतंकियों के खिलाफ ‘नरम रवैया’ नहीं अपनाएगा।