एनडीए शासित राज्यों का सुशासन संगम: प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में होगा मंथन
अमर चंद्र नई दिल्ली, 24 मई ।राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शासित 20 राज्यों के मुख्यमंत्री और 18 उपमुख्यमंत्री कल राजधानी में एक दिवसीय ‘सुशासन और सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं’ पर आधारित विचार-मंथन बैठक में भाग लेंगे। कल 25मई को इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, तथा गृह मंत्री अमित शाह, भी भाग लेंगे। कार्यक्रम का समन्वय भाजपा के सुशासन विभाग द्वारा किया जा रहा है।
बैठक की शुरुआत में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री सभी उपस्थित नेताओं को संबोधित करेंगे. यह बैठक न केवल सरकार के सुरक्षा दृष्टिकोण को स्पष्ट करेगी, बल्कि सुशासन, सामाजिक न्याय और राजनीतिक दिशा तय करने में भी अहम भूमिका निभाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसारबैठक 4 से 5 प्रस्ताव भी लाए जा सकते हैं।
बैठक में बिहार विधानसभा चुनावों पर भी विस्तार से विचार-विमर्श होगा.।बिहार विधानसभा चुनाव पर विशेष चर्चा की जाएगी. प्रवासी बिहारियों को प्रोत्साहित कर चुनाव में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा की संभावना है.
एनडीए की यह बैठक न केवल एक सामूहिक राजनीतिक और प्रशासनिक अभ्यास है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता, दृढ़ता और विकासशील भारत के दृष्टिकोण का प्रतीक भी होगी. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए जाने वाला संबोधन, एनडीए की साझा रणनीति को धार देगा और देश-दुनिया को स्पष्ट संदेश देगा कि भारत अब आतंकवाद, तुष्टिकरण और विकास विरोधी राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगा।
बैठक में दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। पहला प्रस्ताव भारतीय रक्षा बलों और प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिन्दूर की सफलता पर बधाई देने हेतु होगा। दूसरा प्रस्ताव केंद्र सरकार द्वारा आगामी जनगणना में जातीय गणना को शामिल करने के निर्णय के लिए सराहना का होगा।
बैठक का एक महत्वपूर्ण भाग विभिन्न एनडीए शासित राज्यों द्वारा अपनाई गई सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं की प्रस्तुति और चर्चा को समर्पित रहेगा। इस क्रम में सभी मुख्यमंत्री अपनी-अपनी राज्य सरकारों की उल्लेखनीय पहलों पर प्रस्तुतियाँ देंगे।
इसके अतिरिक्त, बैठक में आगामी महत्वपूर्ण आयोजनों जैसे कि एनडीए सरकार की प्रथम वर्षगांठ, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दस वर्ष, तथा लोकतंत्र हत्या दिवस (आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ) को लेकर भी चर्चा की जाएगी।