कोरोना महामारी को हम सबको मिलकर मात देना होगा—गजेंद्र चौहान
दिल्ली। देवभूमि उत्तराखंड जो अपने आप में विश्व के मानचित्र पर अपनी छाप छोड़े हुए हैं यहां के चार धाम उत्तराखंड की खूबसूरत पहाड़ियां कल-कल करती नदियां और यहां की कुदरती हरियाली आम जनमानस को अपनी ओर आकर्षित करती है यहां आकर सैलानी मंत्रमुग्ध हो जाते हैं आज विश्व के साथ हमारा देश व प्रदेशों में कोरोना की दूसरी लहर अपना प्रकोप दिखा रही है। उत्तराखंड प्रदेश के गांव गांव में भी इस महामारी ने अपने पैर पसार दिए हैं। इसको रोकने के लिए प्रदेश की सरकार प्रशासन व समाज के लोग या अन्य दलों के लोग एकजुट होकर इस महामारी को मात देने में लगे हुए हैं। आप पार्टी के श्रीनगर विधानसभा के संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह चौहान बताते हैं कि प्रदेश को आज 20 साल बने हुए हो गए, लेकिन यहां के गांव की समस्याएं जस की तस खड़ी है । श्री चौहान ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाएं तो यहां बिल्कुल भी नहीं है थोड़ी बहुत सुविधाएं कहीं है भी तो शहरी क्षेत्रों में देखने को मिलती है गांव की स्वास्थ्य सेवाएं तो राम भरोसे ही चल रही है। उन्होंने कहा यहां की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा वर्कर रात दिन मेहनत करती है तो उनको भी मानदेय ना के बराबर दिया जाता है। सरकारों को ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता को अधिक सुविधाएं देनी चाहिए जिससे कि वह अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुविधाएं पहुंचा सकें। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार को पहाड़ी राज्यों में हर ब्लॉक पर एक 50 बेड का अस्पताल बनाना चाहिए उसमें कम से कम 4 डॉक्टर नियुक्त होनी चाहिए अन्य स्टाफ भी उपलब्ध हो,उन्होंनेकहां उत्तराखंड की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि कई गांव में आज भी सड़क को से कई किलोमीटर दूर है। इस तरह के गांव के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर समय-समय पर स्वास्थ्य कैंप लगाया जाना चाहिए, जिससे कि प्रदेश की जनता का पलायन भी रुके, और उनको अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके।
उन्होंने कहा यदि इच्छाशक्ति हो तो इस तरह के कार्य को अमल किया जा सकता है। श्री चौहान ने प्रदेश के सांसद विधायक अपने क्षेत्र में अपने निधि का कुछ हिस्सा स्वास्थ्य सेवाओं पर लगाते तो आज उत्तराखंड की दशा और दिशा कुछ और होती । उन्होंने कहा इस महामारी के समय गांव की स्थिति इस तरह है कि गांव के लोगों को बुखार की गोली तक नहीं मिल पा रही है ।
उन्होंने कहा हम लोग चांद पर पहुंचने की बात करते हैं बड़े-बड़े दावे करते हैं लेकिन उत्तराखंड देव भूमि के दूरदराज गांव दुर्दशा देखकर लगता है, कि आज भी हम खाली कागजों में ही काम कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं शिक्षा सेवाएं और रोजगार के प्रति भी सचेत हो सरकार तो प्रदेश का पलायन भी रुकेगा, और प्रदेश का विकास होगा।
उन्होंने कहा यह समय राजनीति का नहीं है लेकिन देश की जनता ने आप पार्टी को प्रदेश की बागडोर दी तो हम केजरीवाल जी के नेतृत्व में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं रोजगार, स्वरोजगार, शिक्षा पर विशेष कार्य करेंगे, जिससे कि प्रदेश की जनता को बड़ी राहत मिल सके, और प्रदेश का युवा अपने प्रदेश में ही रहकर प्रदेश के चौमुखी विकास का हिस्सा बन सकें।