ऑपरेशन सिंदूर के बाद चारधाम की सुरक्षा में बड़ा बदलाव, पैरामिलिट्री फोर्स और आईआरबी की तैनाती” :
अमर संदेश देहरादून। ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है। राज्य के चारों धाम—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री—में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यात्रा मार्गों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
अब बदरीनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा इंडियन रिजर्व बटालियन (IRB) को सौंपा गया है। इससे पहले यहां शीतकाल में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की तैनाती रहती थी। कपाट खुलने के बाद भी ITBP देहरादून की बटालियन सुरक्षा संभाल रही थी, लेकिन बुधवार को ITBP ने औपचारिक रूप से IRB को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंप दी।
केदारनाथ धाम की सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए यहां बम निरोधक दस्ते की तैनाती की गई है, जो किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि पर नजर रखेगा।
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के साथ-साथ यात्रा मार्गों पर भी पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है, ताकि यात्री सुरक्षित और निर्बाध रूप से यात्रा कर सकें।
बदरीनाथ धाम में सुरक्षा व्यवस्था में यह बदलाव भारत-पाकिस्तान के मौजूदा तनावपूर्ण संबंधों के मद्देनजर किया गया है, जिससे किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा अब और भी मजबूत की गई है। प्रशासन की यह कोशिश है कि हर यात्री को सुरक्षित, शांतिपूर्ण और व्यवस्थित यात्रा अनुभव मिल सके।