8 करोड़ गरीब महिलाओं को मिलेगा उज्ज्वला योजना का लाभ
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उज्ज्वला योजना का लाभ अब आठ करोड़ गरीब महिलाओं तक पहुंचाया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने महिला कर्मचारियों के मामले में पहले तीन साल के दौरान भविष्य निधि में अंशदान वेतन व महंगाई भत्ते के 12 से घटाकर आठ प्रतिशत करने का प्रस्ताव किया। वित्त मंत्री जेटली ने बजट में उज्ज्वला योजना का जिक्र करते हुये कहा, ‘हमने इस योजना की शुरूआत गरीब महिलाओं को धुएं से राहत पहुंचाने के लिये की थी। योजना के तहत शुरू में पांच करोड़ गरीब महिलाओं को निशुल्क एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन इस योजना के क्रियान्वयन और महिलाओं के बीच इसकी लोकप्रियता को देखते हुये हमने निशुल्क गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य बढ़ाकर आठ करोड़ करने का फैसला किया है।
महिलाओं को संगठित क्षेत्र में अधिक से अधिक रोजगार के लिये प्रोत्साहित करने के वास्ते बजट में भविष्य निधि कोष कानून में संशोधन का भी फैसला किया गया है। संशोधन के जरिये महिलाओं को रोजगार के पहले तीन साल भविष्य निधि में अंशदान मौजूदा 12 प्रतिशत अथवा 10 प्रतिशत से घटाकर आठ प्रतिशत करने का प्रस्ताव है। हालांकि, इसमें नियोक्ता के अंशदान में कमी नहीं होगी।
पिछले सप्ताह पेश आर्थिक समीक्षा के मुताबिक कामकाजी आबादी में महिलाओं का प्रतिशत पिछले कुछ समय में कम हुआ है। वर्ष 2005- 06 में यह 36 प्रतिशत से घटकर 2015-16 में 24 प्रतिशत रह गया। राष्ट्रीय ग्रामीण जीविका कार्यक्रम के तहत आर्गनिक खेती को बढ़ावा देने के लिये महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को प्रोत्साहन दिया जायेगा। जेटली ने उम्मीद जताई कि इसके चलते मार्च 2019 तक महिला स्वयं सहायता समूहों को दिया जाना वाला कर्ज बढ़कर 75,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जायेगा। महिला स्वयं सहायता समूहों को ऋण 2016- 17 में 42,500 करोड़ रुपये रहा है जो कि इससे पिछले साल के मुकाबले 37 प्रतिशत अधिक रहा है।