बजट से शिक्षा में सुधार का रोडमैप तैयार हुआ: जावड़ेकर
नयी दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संसद में पेश किए गए आम बजट को सर्वसमावेशी बताते हुये कहा कि इसमें आम आदमी से लेकर समूची अर्थव्यवस्था के लाभ के लिये उपाय किये गये हैं। लोकसभा में बजट पेश होने के बाद संसद भवन परिसर में जावड़ेकर ने संवाददाताओं से कहा कि बजट में शिक्षा, रोजगार, कृषि और बाजार सहित सभी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है। जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षा में बेहतर परिवर्तन के लिये इस बजट ने पांच सूत्री रोडमैप तैयार कर दिया है।
उन्होंने कहा कि इसमें ब्लैक बोर्ड से डिजिटल बोर्ड की ओर बढ़ना, सर्वशिक्षा अभियान का दायरा आठवीं कक्षा से बढ़ाकर 12वीं कक्षा तक करना, शिक्षा के बजट में दस फीसदी वृद्धि करना, शिक्षा के क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास के लिये एक लाख करोड़ रुपये की राशि का आवंटन और पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री शोध फेलोशिप शुरू करने जैसी पहल की गयी है।
जावड़ेकर ने किसानों को कृषि लागत का डेढ़ गुना मूल्य दिलवाने की घोषणा को ऐतिहासिक बताते हुये कहा कि इससे स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुयी है। इसी तरह लघु एवं मध्यम क्षेत्र के उद्यमियों को भी बजट के माध्यम से प्रोत्साहन देने के उपाय किये गये हैं।
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा ‘‘यह बजट नहीं बल्कि देश के विकास का सर्वसमावेशी और सर्वस्पर्शी गजट है।’’ उन्होंने कहा कि यह गांव, गरीब, किसान, मध्यमवर्ग और नौजवानों के सशक्तिकरण के संकल्प वाला बजट है। यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती तो देगा ही साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त भारत के सपने को पूरा करने वाला बजट भी साबित होगा।