मत्स्य नौकाओं में जीवन रक्षा एवं संचार प्रणाली अनिवार्य रूप से स्थापित होः राजेंद्र सिंह
अमर संदेश, दिल्ली। राजधानी स्थित विज्ञान भवन में भारतीय तटरक्षक बल द्वारा आयोजित राष्टीय खोज एवं बचाव परिषद्(एमएनएसआरबी) की 17 वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए, परिषद् के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने समुद्र में मछुआरों की सुरक्षा हेतु सभी मत्स्य नौकाओं में अनिवार्य रूप से जीवन रक्षा प्रणाली तथा संचार उपकरणों की स्थापना पर बल दिया।
दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्टीय समुद्री खोज तथा बचाव परिषद् की 17 वीं बैठक आयोजित की गयी। भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक तथा परिषद् के पदेन अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय तटरक्षक बल द्वारा 46 लाख वर्ग किमी. के विस्तृत समुद्री क्षेत्र में खोज एवं बचाव कार्य अवसंरचना तथा सेवाओं में सुधार के लिए अन्य हितधाराकों से समन्वय स्थापित कर अनेक कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं। श्री सिंह ने समुद्री खोज तथा बचाव संरचना की सुदृढ़ता पर बल देते हुए हितधारकों की क्षमता विकास में सहयोगी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता जतायी।इस अवसर पर एमवी अल्ससेरस तथा ओएसवी ग्रेटशिप प्राची को संयुक्त रूप से वर्ष 2017-18 के दौरान 39 लोगों की जान बचाने हेतु भारतीय तटरक्षक एवं बचाव पुरुस्कार प्रदान किया गया।बाढ़ग्रस्त इलाको में मत्स्य नौकाओं से 12 लोगों की जीवन रक्षा के लिए मछुआरा श्रेणी में महाराष्ट के मिलनशंकर तारे को पुरुस्कृत किया गया। दिसंबर 2017 में तमिलनाडु तथा केरल के तटीय इलाकों में आये भयंकर समुद्री तूफान ‘ओखी’ के दौरान 45 लोगों की जान बचाने के लिए सरकारी स्वामित्व की पोत श्रेणी में, भारतीय तटरक्षक पोत सी 427 तथा एमवी कोडितला को पुरुस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि समुद्री सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श करने तथा खोज एवं बचाव कार्यों में सुधार लाने के उपायों का पता लगाने के साथ-साथ इन मुद्दों पर कार्यनीतिक विचार-विमर्श करने एवं प्राप्त दिशानिर्देशों और प्रक्रियाओं को निर्धारित करने व राष्टीय खोज एवं बचाव योजना के परिणामों का आकलन करने के लिए, नियमित रूप से इस बैठक का आयोजन किया जाता है। राष्टीय समुद्री खोज तथा बचाव परिषद् की यहॉं संपन्न ताजा बैठक में संबंधित मंत्रालयों, संस्थाओं और सभी तटीय राज्यों सहित सभी 28 सदस्य राज्यों के साथ-साथ पशुपालन, डेयरी तथा मात्स्यिकी विभाग के प्रतिनिधियों और गुजरात, महाराष्ट, केरल एवं तमिलनाडु के संबंधित विभागों के ‘ाीर्षस्था अधिकारियों ने भी शिरकत की।