मोदी सरकार आर्थिक सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्य सरकार के इन्वेस्टर्स समिट के द्वितीय ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन किया और उत्तर प्रदेश में 65 हजार करोड़ के निवेश की 250 से अधिक परियोजनाओं की नींव रखी। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उपस्थित थे। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पिछले वर्ष फरवरी में लखनऊ में ही प्रथम इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था। इसमें लगभग चार लाख 68 हजार करोड़ रुपये के एमओयू पर लिखित सहमति हुई थी और कई दिग्गज उद्योगपतियों ने इसमें शिरकत की थी। इस बार भी उद्योग जगत की कई प्रसिद्ध हस्तियाँ समिट में भाग ले रही हैं। श्री शाह ने कहा कि काफी कम समय में ही योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने सफलता के नए आयाम स्थापित किये हैं। पिछले वर्ष लखनऊ में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट में साइन हुए चार लाख 68 हजार करोड़ रुपये के लगभग 1000 एमओयू में से 25% एमओयू को जमीन पर एक ही साल में उतारने का काम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में लगभग 81 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया था। आज लगभग 65 हजार करोड़ रुपये का निवेश और 250 से अधिक परियोजनाओं का शिलान्यास हो रहा है। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं उनकी पूरी टीम को इसकी सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देता हूँ। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सरकार में आते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर क्षेत्र के लिए विकास का खाका तैयार किया और नीतियों को तेजी से अमल में लाने की शुरुआत की। मुझे याद है जब एक मीटिंग में प्रधानमंत्री ने कहा था कि अब तक जितनी भी सरकारें आई, उन्होंने केवल सरकार चलाने के लिए ही सरकार चलाई लेकिन हमें देश को बदलने के लिए सरकार चलानी है जिसका हमें जनादेश मिला है। मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि प्रधानमंत्री ने विगत पांच वर्ष और 50 दिन में इसे चरितार्थ कर दिखाया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुरक्षा, आर्थिक विकास, संस्कृति का संवर्द्धन और जन-भागीदारी के साथ सर्वस्पर्शी एवं सर्व समावेशी विकास का मॉडल देश एवं दुनिया के सामने रखा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बंद आँख से नहीं, खुली आँखों से सपने देखने और उसे जमीन पर पूरी तरह से उतारने के आदी हैं। उन्हें तब तक नींद नहीं आती, जब तक कि कार्ययोजना सही तरीके से धरातल पर न उतर जाये। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने का लक्ष्य रखा है और इसकी नींव मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रखी जा चुकी है। पिछले पांच वर्षों के कार्यकाल की उपलब्धियों से स्पष्ट है कि यह नींव कितनी मजबूत है। 2004 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी देश को विश्व की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में छोड़ कर गए थे लेकिन 2004-2014 के बीच इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ और भारत 11वें स्थान पर ही कायम रहा जबकि मोदी सरकार के पांच साल के ही कार्यकाल में भारत 11वें स्थान से विश्व की छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में प्रतिष्ठित हुआ। अब प्रधानमंत्री का लक्ष्य अगले पांच साल में दुनिया की तीन मुख्य अर्थव्यवस्थाओं में शामिल कराना है। प्रति व्यक्ति आय भी 79,000 रुपये से 1,26,000 रुपये तक पहुँची जो आजादी के बाद किसी एक कार्यकाल में सबसे अधिक है। कृषि विकास दर में वृद्धि होना सबसे कठिन समझा जाता है लेकिन इस मापदंड पर भी खड़ा उतरते हुए मोदी सरकार ने देश के कृषि विकास दर को -0.2% से 16-17 को +6.7% तक पहुंचाने में कामयाबी हासिल की। मोदी सरकार के कार्यकाल में इंटरेस्ट रेट में लगभग 28% की कमी आई है, करेंट अकाउंट डेफिसिट 4.8% से 2.1% तक लाने में हमने कामयाबी हासिल की है और फिस्कल डेफिसिट भी 5.9 से 3.3 पर आ गया है। 2014 में जहां इनकम टैक्स भरने वाली की संख्या महज तीन करोड़ 80 लाख थी, वह अब बढ़ कर 6 करोड़ 70 लाख हो गई है। इनडायरेक्ट टैक्स भरने वाली की संख्या भी 65 लाख से बढ़ कर 1.2 करोड़ हो गई है। मोदी सरकार में एफडीआई इनफ्लो 189 बिलियन डॉलर से बढ़ कर 286 डॉलर हो गया है और फोरेक्स रिजर्व में भी लगभग 40% की वृद्धि हुई है, अब देश का फोरेक्स रिजर्व 429 डॉलर तक पहुँच गया है। हमारी सरकार ने ग्रॉस टैक्स रेवेन्यू में राज्यों की हिस्सेदारी भी बढ़ाई है। निवेशकों को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने भारत जैसे विशाल और विविधताओं से भरे देश में जीएसटी लागू करना आसान नहीं था, एक्सपर्ट तमाम चिंताएं जता रहे थे लेकिन मोदी सरकार ने दुनिया के सबसे बड़ा बिक्री कर रिफॉर्म ‘जीएसटी’ को सफलतापूर्वक लागू किया। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कई अडचनें दूर करनी होती हैं और इसलिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर शुरुआत से ही नीतियाँ बनाई और राज्यों में इसके लिए प्रतिस्पर्द्धा के वातावरण का निर्माण किया। राज्यों ने एक स्वस्थ प्रतिस्पर्द्धा के रूप में इसे लेते हुए अपने मानांकों में सुधार किया और इसका परिणाम यह हुआ कि 2014 में जो हम ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के वर्ल्ड रैंकिंग में 142वें स्थान पर थे, उससे कई पायदानों की छलांग लगाते हुए हम 77वें स्थान पर पहुँच गए हैं। बिजली के उत्पादन में हम 99वें से 26वें स्थान पर और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के मामले में भी हम 120वें स्थान से 26वें स्थान पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच सालों में मजबूत नींव तैयार किया है जिस पर देश के अर्थतंत्र की बड़ी और मजबूत इमारत खड़ी होगी। इसके लिए प्रधानमंत्री जी के पास विजन भी है, संकल्प भी है और परिश्रमी टीम भी है। उत्तर प्रदेश में हुए व्यापक सुधारों की सराहना करते हुए श्री शाह ने कहा कि विगत दो वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हर क्षेत्र में तेज गति से विकास हुआ है जो पहले अकल्पनीय लगता था। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी जरूरत थी लोगों में आत्मविश्वास पैदा करना, लोगों में सरकार और संस्थाओं के प्रति विश्वास जगाना और उन्हें बदलाव में भागीदार बनाना और योगी जी अपनी निष्ठा और लगन से ऐसा करने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव के समय अपने विजन डॉक्यूमेंट में 40 मेडिकल कॉलेज बनाने का वादा किया था, आज 17 मेडिकल कॉलेजों को बनाने काम पूरा हो चुका है और 15 अन्य मेडिकल कॉलेज पाइपलाइन में है। इतना ही नहीं, अल्पावधि में ही योगी सरकार ने राज्य के सभी आम नागरिकों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं और सरकार के विजन को धरातल पर उतार कर दिखाया है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सड़कों का जाल बिछेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए विजन और रिविजन के साथ माइक्रो प्लानिंग की गई है और चाहे जल मार्ग हो, बिजली उत्पादन की बात हो, बिजली की उपलब्धता की बात हो या राज्य के 20 जिलों में डेयरी बनाने की बात, हर कार्ययोजना को मूर्त रूप में उतारने की दिशा में काम हुआ है। एक प्रमुख विषय पर निवेशकों का ध्यान आकृष्ट करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में जिस एक महत्वपूर्ण योजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया, वह है – एक जिला, एक उत्पाद की योजना। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कई परंपरागत उयोगों के लिए मशहूर रहा है जैसे इत्र, पीतल और मिट्टी के बर्तन, चांदी पर नक्काशी, टैक्सटाइल और हथकरघा उद्योग लेकिन सपा-बसपा और कांग्रेस की सरकारों की लापरवाही के कारण यह प्रदेश से लगभग ख़त्म हो गया था। हमने उत्तर प्रदेश को आर्थिक रूप से अपने पैरों पर खड़ा करने के उद्देश्य से अपने संकल्प पत्र में कहा था कि हम हर जिले में ऐसे उद्योगों की पहचान करेंगे, इसके लिए मैन्यूफेक्चरिंग फैसिलिटी देंगे, ऋण उपलब्ध करायेंगे और इसके साथ ही प्रोडक्ट्स के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था भी करेंगे और ऑनलाइन पोर्टल पर उत्पादों की बिक्री हो सके, यह भी सुनिश्चित करेंगे। आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि योगी सरकार ने एक वर्ष में ही राज्य के सभी 80 जिलों में इस कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है और अब उत्तर प्रदेश के उत्पाद का विदेशों में भी एक्सपोर्ट हो रहा है। श्री शाह ने कहा कि योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए कई कदम उठाये हैं। ‘निवेश मित्र’ नाम की सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की गई है। फैक्ट्री लाइसेंस को कम से कम 10 वर्षों के लिए जारी करने का क्रांतिकारी कदम उठाया गया है। राज्य के 14 बड़े शहरों में वाणिज्यिक न्यायालय की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। इतनी बड़ी संख्या में उद्योगों के लिए अलग से कोर्ट बनाने का फैसला उत्तर प्रदेश ने किया है। राज्य की पूरी जमीन को डिजिटल किया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बॉयलर और लेबर के कानूनों का सरलीकरण किया गया है। राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने अपने कार्यक्षेत्र के फोकस के सेक्टर भी तय किये हैं। सिविल एवियेशन, आईटी, डेयरी और पर्यटन पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है। देश में पर्यटन की यदि सबसे अधिक संभावना कहीं है तो वह उत्तर प्रदेश है। योगी आदित्यनाथ जी ने तय किया है कि 2022 में विधान सभा चुनाव में जाने से पहले उत्तर प्रदेश को पर्यटन में देश और विदेश में पहले स्थान पर लाना है। गैर-परम्परागत ऊर्जा क्षेत्र, हैंडीक्राफ्ट, फ़ूड इंडस्ट्री और फिल्म उद्योग के साथ-साथ अब लॉजिस्टिक, डिफेंस, फार्मा और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी पर फोकस किया जा रहा है। बैंकिंग सेवा में भी काफी विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार के पांच साल की कार्ययोजना हमें मालूम है, पांच वर्ष के पश्चात् इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में उत्तर प्रदेश देश का सबसे अग्रणी राज्य बनेगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि योगी सरकार की सबसे बड़ी सफलता उत्तर प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था को सुदृढ़ करना है। योगी आदित्यनाथ जी ने दो साल की अल्पावधि में ही क़ानून-व्यवस्था में जमीन-आसमान का अंतर लाने का कार्य किया है। हमारा स्पष्ट मानना है कि बिना सुचारू लॉ एंड ऑर्डर के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती। पिछली सरकारों का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि भूतकाल में उत्तर प्रदेश में प्रशासन का इतना राजनीतिकरण हुआ कि पारदर्शिता का दूर-दूर तक नामोनिशान तक नहीं था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो साल में ही प्रशासन को ‘राजनेताओं का सेवक’ के रूप में काम करने के बजाय ‘जनता का सेवक’ के रूप में प्रतिष्ठित किया। यह मूलभूत परिवर्तन उत्तर प्रदेश के विकास की नींव बना है। श्री शाह ने कहा जो भी निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश करने आये हैं, उनसे मैं कहना चाहता हूँ कि योगी सरकार के साथ-साथ भारत सरकार भी उत्तर प्रदेश के विकास के लिए और योगी सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए उतनी ही कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 13वें वित्त आयोग में तब की कांग्रेस सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के विकास के लिए केवल 3.30 लाख करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार के समय राज्य को विकास के लिए रिकॉर्ड 8,80,612 करोड़ रुपये की राशि दी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का विकास केवल उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, भारत सरकार की भी है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि योगी सरकार ने राज्य के विकास के लिए जितनी भी योजनायें हाथ में ली हैं, उसका पूर्ण होना निश्चित है। उन्होंने निवेशकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आपने उत्तर प्रदेश में निवेश करने का जो बुद्धिमत्ता भरा फैसला लिया है, उस पर यूपी खड़ा उतरेगा और आने वाले समय में आपको शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और व्यापार प्रणाली में चमत्कारिक परिवर्तन देखने को मिलेगा। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि बचपन से सुनता आया था कि यदि हिंदुस्तान का प्रधानमंत्री बनना है तो उसका रास्ता यूपी से होकर जाता है। उत्तर प्रदेश ने देश को कई प्रधानमंत्री दिए हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी भी उत्तर प्रदेश से ही चुन कर आते थे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी यूपी के ही वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं। आज मैं कहना चाहता हूँ कि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनाने का रास्ता भी उत्तर प्रदेश से ही होकर जाता है। इसमें एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि आपने जो आशाएं योगी सरकार से रखी हैं, वह निश्चित समय सीमा में आपके मापदंडों पर खरे उतरेंगे। मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आप सभी का हार्दिक धन्यवाद करता हूँ। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना, मंत्रिमंडल के सभी सदस्य और प्रदेश के उद्योग सचिव एवं उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूँ कि उन्होंने इतने बड़े कार्यक्रम को सफल कर दिखाया। मैं सभी निवेशकों से निवेदन करना चाहूंगा कि आईये, आप उत्तर प्रदेश में निवेश कीजिये और राज्य को उत्तम प्रदेश बनाने में योगी के हाथ मजबूत कीजिये।