Amar chand नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब एक्शन मोड में आ गए हैं। बुधवार सुबह से ही राजधानी दिल्ली में बैठकों का दौर तेज़ हो गया। मात्र तीन घंटे में प्रधानमंत्री मोदी ने पांच अहम बैठकें कर यह स्पष्ट संकेत दे दिया है कि अब आतंकियों और उन्हें संरक्षण देने वालों पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को पीएम मोदी ने सुबह 11 बजे से बैठकों की शुरुआत की। सबसे पहले उन्होंने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की अध्यक्षता की, जो करीब 20 मिनट चली। इसके बाद कैबिनेट कमेटी ऑन पॉलिटिकल अफेयर्स (CCPA) की बैठक हुई, जिसमें राजनीतिक रणनीति पर चर्चा हुई।
बैठकों का सिलसिला यहीं नहीं रुका। CCS और CCPA के बाद केंद्रीय कैबिनेट की पूर्ण बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता भी खुद प्रधानमंत्री मोदी ने की। इसके बाद उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अलग से एक अहम सुरक्षा समीक्षा बैठक की।
अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, विदेश मंत्री एस जयशंकर और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ एक और गहन चर्चा की। यह बैठक राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर आगे की रणनीति तय करने के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस तेज़ तर्रार बैठकों की श्रृंखला से यह संकेत साफ है कि भारत अब आतंक के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की तैयारी में है। पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई का रोडमैप तैयार हो रहा है, और जल्द ही इस पर कोई बड़ा ऐलान भी हो सकता है।