पॉवर फाइनेंस कॉरपोरेशन ने राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय के सहयोग से कंठस्थ और हिंदी ई-उपकरण पर तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया
दिल्ली| पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन, ऊर्जा क्षेत्र में भारत के प्रमुख गैर बैंकिग वित्तीय संस्थानों -एनबीएफसी में से एक और ऊर्जा मंत्रालयके तह एक सार्वजनिक क्षेत्र कीकम्पनी-पीएसयू, पीएफसी के मुख्यालयऊर्जानिधिमें कल कंठस्थ (स्मृति पर आधारित अनुवाद सॉफ्टवेयर) और हिंदी ई-उपकरण पर एक तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला का आयोजन भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग के सहयोग से किया गया था।
कार्यशाला काउद्घाटन डॉ सुमीत जेरथ, आईएएस,सचिव (राजभाषा विभाग), डॉ. मीनाक्षी जॉली, संयुक्त सचिव (राजभाषा विभाग), श्री बाबूलाल मीणा, निदेशक (तकनीकी), श्री राजेश श्रीवास्तव, उप निदेशक (राजभाषा विभाग और तकनीकी) ने श्री रविंद्र सिंह ढिल्लों, मुख्य प्रबंध निदेशक-सीएमडी, पीएफसी की उपस्थिति में किया। कार्यशाला के दौरान श्री प्रवीण कुमार सिंह, निदेशक (वाणिज्यिक), पीएफसी, श्रीमती परमिंदर चोपड़ा, निदेशक (वित्त), पीएफसीऔरश्री आर. मुरहरी, कार्यकारी निदेशक (एचआर, सीएसआर, पीआर और राजभाषा), पीएफसी भी उपस्थित थे। कार्यशाला के दौरान पीएफसी के वरिष्ठ सलाहकार, श्री आर. मुरहरी और श्री केवाल कृष्ण ने कंठस्थ और हिंदी ई-उपकरण के महत्व को समझाया। भारत सरकार के विभिन्न विभागों, बैंकों और अर्धसैनिक बलों के लगभग 50 कर्मियों को तकनीकी कार्यशाला से लाभ हुआ।