ओडिशा देश को कोयला, लौह अयस्क एवं अन्य वस्तुओं का एक उल्लेखनीय हिस्सा प्रदान करता है-प्रधान
दिल्ली।पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने आईसीएआई के राउरकेला, संबलपुर और झारसुगुडा शाखा द्वारा वीएसएम श्रृंखला के तहत ‘सीए: द कैटालिस्ट- लर्निंग, अनलर्निंग एंड रिलर्निंग’ विषय पर आयोजित एक वेबिनार को संबोधित किया।
पैट्रोलियम मंत्री श्री प्रधान ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ओडिशा वैश्विक आर्थिक हॉटस्पॉट बनने के लिए विशेष तौर पर तैयार है। उन्होंने कहा कि समृद्ध खनिज संसाधनों, जनसांख्यिकीय लाभांश और बाजार के साथ ओडिशा वैश्विक बाजारों में आगामी अवसरों का लाभ उठाने के लिए विशेष रूप से तैयार है। उन्होंने कहा कि देश कोविड-19 संकट से बाहर आ रहा है और धीरे-धीरे संकट के बाद की अवधि में प्रवेश कर रहा है। हम पिछले तीन महीनों के दौरान सभी प्रमुख आर्थिक संकेतकों में सुधार के संकेत देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे बिजली की खपत हो या तेल एवं गैस की खपत या फिर जीएसटी संग्रह, सभी सभी मोर्चे पर सुधार की तस्वीर दिख रही है।
पूर्वी क्षेत्र के लिए विकास दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्वी भारत और ओडिशा के विकास को अभूतपूर्व प्राथमिकता दी है और वह मिशन पूर्वोदय से विशेष तौर पर लाभ हासिल करने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा, ‘ओडिशा देश को कोयला, लौह अयस्क एवं अन्य वस्तुओं का एक उल्लेखनीय हिस्सा प्रदान करता है। हमें वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के साथ एकीकृत होने के लिए काम करना चाहिए।’
ओडिशा की ताकत को रेखांकित करते हुए श्री प्रधान ने कहा, ‘ओडिशा कृषि में समृद्ध है। ओडिशा में पर्यटन के लिए भी अपार संभावनाएं मौजूद हैं। शिक्षा ओडिशा के लोगों में अंतर्निहित शक्ति है। ओडिशा में राष्ट्रीय स्तर के ख्यातिप्राप्त कई संस्थान हैं। प्रौद्योगिकी नए अवसरों का सृजन कर रही है और ओडिशा में रहकर लोग दुनिया में कहीं भी काम कर सकता है।’