कारोबारराष्ट्रीय

तेल इंडिया लिमिटेड को राजस्थान में पोटाश खनन ब्लॉक मिला भारत की खनिज आत्मनिर्भरता की दिशा में ऐतिहासिक कदम

Amar sandesh दिल्ली।ऑयल इंडिया लिमिटेड को देश का पहला पोटाश खनन ब्लॉक — राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में मिली बड़ी सफलताभारत सरकार की महारत्न सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने ऊर्जा क्षेत्र में विविधीकरण और ऊर्जा संक्रमण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। भारत सरकार के खनन मंत्रालय द्वारा आयोजित 5वीं चरण की नीलामी प्रक्रिया में OIL को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में ‘जोरकियां – सतीपुरा – खुंजा संयुक्त पोटाश एवं हैलाइट ब्लॉक’ के लिए संयुक्त अनुज्ञा (Composite License) हेतु प्राथमिक बोलीदाता (Preferred Bidder) घोषित किया गया है।

यह भारत में पोटाश खनन ब्लॉकों की पहली सफल नीलामी है, जो देश में घरेलू पोटाश संसाधनों के दोहन की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है।

OIL की रणनीतिक पहल — आत्मनिर्भर भारत के लिए नया आयाम

ऑल इंडिया लिमिटेड द्वारा इस खनिज खंड की प्राप्ति न केवल कंपनी के लिए एक नया कारोबार क्षेत्र खोलती है, बल्कि यह सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान को सशक्त समर्थन भी प्रदान करती है। पोटाश एक अत्यंत आवश्यक उर्वरक खनिज है, जिसे भारत अभी तक आयात करता रहा है। इस निर्णय से:देश की पोटाश पर आयात निर्भरता कम होगी

खाद्य सुरक्षा और कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी

स्थनीय स्तर पर रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा

भारत की खनिज सुरक्षा और रणनीतिक संसाधनों में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी

ऑयल इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (CMD) श रंजीत राठ का वक्तव्य

> “OIL को देश के पहले पोटाश ब्लॉक के लिए प्राथमिक बोलीदाता घोषित किया जाना हमारे लिए गर्व का विषय है। यह निर्णय हमारी रणनीतिक योजना का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत हम देश के महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों में भी अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं। हम इस ब्लॉक के विकास को पर्यावरणीय जिम्मेदारी और तकनीकी उत्कृष्टता के साथ आगे बढ़ाएंगे।”

OIL इस पोटाश ब्लॉक के अन्वेषण और विकास के लिए उन्नत भूवैज्ञानिक तकनीकों और पारदर्शी प्रक्रियाओं का पालन करेगा। परियोजना को स्थानीय समुदाय, पर्यावरणीय स्थिरता और राष्ट्रीय खनिज नीति 2023 के अनुरूप संचालित किया जाएगा।

 

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *