केंद्र सरकार की 11वीं वर्षगांठ पर ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका’ द्वारा आयोजित सेमिनार व उत्कर्ष सम्मान-2025 सम्पन्न
*राम मंदिर से योग की वैश्विक पहचान और आत्मनिर्भर भारत तक — 11 वर्षों में मोदी सरकार ने रचा नए भारत का स्वर्ण अध्याय” — दुष्यंत गौतम*
सी एम पपनैं
नई दिल्ली। सु-प्रसिद्ध ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका’ द्वारा 2 अगस्त की सायं डिप्टी स्पीकर हाल, कंस्टीट्यूशन क्लब में केंद्र सरकार की 11वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘भारत के बढ़ते कदम’ विषय पर प्रभावशाली सेमिनार एवं त्रिशक्ति सम्मान-2025 का भव्य आयोजन मंचासीन मुख्य अतिथि दुष्यंत गौतम राष्ट्रीय महासचिव भाजपा, अति विशिष्ट अतिथि श्याम जाजू वरिष्ठ नेता भाजपा तथा अन्य विशिष्ट अतिथियों में प्रमुख डॉ. शरद पांडे न्यूरो सर्जन, अभय वर्मा विधायक लक्ष्मीनगर, अवधेश मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार, धनंजय राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा तथा भाजपा केरल राज्य से जुड़ी विनिता हरिहरन मंचासीनों की गरिमामय उपस्थित में आयोजित किया गया। आयोजन के इस अवसर पर विभिन्न विधाओं के क्षेत्र में अग्रणी होकर कार्य कर रहे अनेकों प्रेरक प्रबुद्ध जनों को ‘उत्कर्ष सम्मान-2025’ से मंचासीन अतिथियों के कर कमलों सम्मानित किया गया।
आयोजित सेमिनार व सम्मान समारोह का श्रीगणेश मंचासीन अतिथियों के साथ-साथ आयोजक ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका’ मुख्य संपादक निम्मी ठाकुर व ‘अमर संदेश’ मीडिया ग्रुप मुख्य संपादक अमर चंद के कर कमलों दीप प्रज्ज्वलित कर व विनय शुक्ल (बनारस घराना) द्वारा प्रभु वंदना तथा ऊषा ठाकुर व कविता सिंह द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना से किया गया।
आयोजक ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका’ मुख्य संपादक निम्मी ठाकुर द्वारा सभी मंचासीन अतिथियों व सभागार में उपस्थित सभी प्रबुद्ध जनों का स्वागत अभिनन्दन कर पत्रिका प्रकाशन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया। पत्रिका टीम द्वारा मंचासीन अतिथियों को शाल ओढ़ा कर तथा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
केंद्र सरकार की 11वीं वर्षगांठ पर ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट पत्रिका’ द्वारा आयोजित सेमिनार ‘भारत के बढ़ते कदम’ विषय पर सभी मंचासीन वक्ताओं के साथ-साथ उपस्थित पत्रकारों में प्रमुख चंद्र मोहन पपनै, सर्वोच्च न्यायालय से जुड़े अधिवक्ता वैभव मिश्रा, अजीत शर्मा द्वारा आयोजित सेमिनार विषय पर प्रभावशाली विचार व्यक्त किए गए।
आयोजित सेमिनार मुख्य अतिथि दुष्यंत गौतम राष्ट्रीय महासचिव भाजपा द्वारा अपने संबोधन में कहा गया, नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश के जनमानस का विश्वास बढ़ा है। वर्ष 2014 के बाद और इससे पूर्व के भारत में बहुत परिवर्तन हुआ है। राम मंदिर बनने में पांच सौ वर्षो का संघर्ष झेला है। आज अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन कर तैयार हो गया है, लाखों लोग श्रीराम के दर्शन कर रहे हैं।
कहा गया, राजनीति में एक तरफ परिवार वाद चल रहा है, मोदी जी कहते हैं 140 करोड़ लोगो का मेरा परिवार है। कहा गया, एक समय था जब कश्मीर के लाल चौक पर झंडा फहराने के लिए गए पांच लाख लोगों में से सिर्फ पांच लोगों को भाजपा वरिष्ठ नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी जी के नेतृत्व में व नरेंद्र मोदी जी के सानिध्य में झंडा फहराने की इज़ाजत मिली थी। आज उस प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने घर आंगन में तिरंगा झंडा फहरा रहे हैं, यह अंतर रहा है विगत ग्यारह वर्षों में।
मुख्य अतिथि दुष्यंत गौतम द्वारा कहा गया, आज बदलता भारत है। भारत का योग पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ है, वैश्विक फलक पर करोड़ों लोग योग विधा सीख स्वास्थ लाभ कर रहे हैं। 2014 से पूर्व सेना के पास लड़ने के लिए गोलियां नहीं होती थी। स्वतंत्रता दिवस पर विदेशी तोप से प्रधानमंत्री को सलामी दी जाती थी, आज देश की स्वनिर्मित तोप से सलामी दी जाती है। स्थानीय उत्पादों को निर्यात कर उन्हें चरितार्थ किया है। पहले पंद्रह वर्ष बाद पोलियो ड्राप आई थी, भयावह कोरोना में सबसे पहले भारत ने वेक्सीन बनाई, लाखों जाने बचाई, बाहरी देशों को वेक्सीन देकर उनकी मदद की। मोदी सरकार कहती नहीं, करके दिखाती है। विश्व के कौने-कौने में किए गए कार्यों से कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं।
मुख्य अतिथि दुष्यंत गौतम द्वारा कहा गया, आज स्वस्थ भारत और सुरक्षित भारत है। प्रधानमंत्री मोदी जी को 28 देश उच्च सम्मान से नवाज चुके हैं। मोदी जी ने अपनी मां के देहावसान पर क्रिया-क्रमों में समय जाया न कर देश उत्थान के महत्वपूर्ण कामों में व्यस्त रहे। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं का नारा बुलंद कर उस पर गहराई से काम किया। महिलाओं का लिंगानुपात बढ़ा है।
कहा गया, आजतक लोग अपने बच्चों को ताजमहल और लाल किला दिखाते थे, अब गंगा आरती दिखाने ले जाते हैं, यह बदलाव रहा है। आजादी जिन्होंने दिलाई वे हमारे आराध्य रहे हैं। उक्त अनेकों उदाहरण देकर भाजपा महासचिव दुष्यंत गौतम द्वारा मोदी सरकार की विगत ग्यारह वर्षों की उपलब्धियों पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया व 2014 से पूर्व के भारत की दुर्दशा पर भी प्रकाश डाला गया।
भाजपा वरिष्ठ नेता श्याम जाजू द्वारा कहा गया, 2014 में मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। कहा गया, वर्ष 2014 से पूर्व ताजमहल व लालकिला जैसे स्मृति चिन्ह आयोजित समारोहों में सम्मान स्वरूप भेंट किए जाते थे, अब श्रीराम की तस्वीर वाले स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाते हैं। विगत सरकार और ग्यारह वर्षों से चलायमान मोदी सरकार के अनेकों कार्यों के उदाहरण देकर श्याम जाजू द्वारा अंतर को स्पष्ट समझा कर अपना संबोधन समाप्त किया गया।
अन्य विशिष्ट अतिथि वक्ताओं अवधेश मिश्रा, डॉ. शरद पांडे, विनिता हरिहरन व धनंजय राष्ट्रीय प्रवक्ता भाजपा तथा अन्य अतिथि वक्ताओं द्वारा कहा गया, बौद्धिक विमर्श बहुत हो रहे हैं। दिल्ली का कोई भी सभागार आयोजन आयोजित करने हेतु समय पर उपलब्ध नहीं होते हैं। कहा गया, कमजोर को कभी सम्मान नहीं मिलता है। मजबूती को सम्मान दिया जाता है। काम जो भी करो प्रचार मुक्त होकर करो। पता ही नहीं चलता सच क्या है, झूठ क्या है।
प्रबुद्ध वक्ताओं द्वारा कहा गया, विश्व के इतिहास में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी ने पहली बार बाहरी देश की धरती पर कहा, भारत अब खड़ा हो गया है, किसी का भी मुकाबला कर सकता है। कहा गया, भारत को अपने लिए महाशक्ति नहीं बनना है, शक्ति के बल अन्य को राह दिखानी है। चुनौतियां बहुत हैं आंतरिक और बाह्य दोनों स्तरों पर भी। कहा गया, जब तक आवश्यकताएं एक दूसरे की नहीं जुड़ेंगी, तब तक सब व्यर्थ है। आने वाले समय में चुनौतियां बढ़ने वाली हैं, समझना होगा।
कहा गया, 2014 के बाद सरकारी कामकाज में परिवर्तन हुआ है, ग्राम पंचायतो को समृद्ध किया गया है। नेशनल हाईवे ग्रोथ दुगना हुआ है। हम कई देशों को पीछे छोड़ उनसे आगे बढ़ गए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सब मिलकर काम कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं हेतु अनेकों योजनाएं बनाई गई हैं, आमजन उक्त योजनाओं से बड़े स्तर पर लाभान्वित हो रहा है।
वक्ताओं द्वारा कहा गया, लोगों को जगाने के लिए बड़े स्तर पर कार्य किया जा रहा है। पहले हिंदुओं को जगाने के लिए धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा था। प्रबुद्ध वक्ताओं द्वारा कहा गया, विभिन्न क्षेत्रों व विधाओं में कार्य करने वाले सभी प्रबुद्ध जन जो आज त्रिशक्ति सम्मान 2025 से सम्मानित किए जा रहे हैं उक्त सम्मान के पात्र हैं, असली हकदार हैं।
वक्ताओं द्वारा ‘पॉलिटिकल ट्रस्ट’ पत्रिका मुख्य संपादक निम्मी ठाकुर, सहयोगी अमरचंद मुख्य संपादक अमर संदेश तथा उनके टीम सदस्यों द्वारा समय-समय पर प्रेरक विषयों पर वार्ताए व सेमिनार आयोजित कर जनजागरण करने की सोच की प्रशंसा की गई। कामना की गई भविष्य में भी उनकी टीम विकसित व सशक्त भारत हेतु प्रेरक विषयों पर आयोजन आयोजित कर, जनजागरण कर अपना दायित्व निभाते रहेंगे।
आयोजन के इस अवसर पर वैश्विक फलक पर ख्यातिरत जादूगर डॉ. के सी पांडे द्वारा जादू के अनेकों कारनामे दिखा कर खचाखच भरे सभागार में उपस्थित जनों को चकित व हतप्रभ करने का कार्य किया गया। अन्य सभी प्रबुद्ध वक्ताओं के साथ-साथ ख्यातिरत जादूगर डॉ. के सी पांडे को आयोजकों द्वारा शाल ओढ़ा कर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
आयोजन के इस अवसर पर संस्कृति संरक्षण व संवर्धन, समाज सेवा, शिक्षा व साहित्य लेखन तथा पत्रकारिता जैसे कार्यों व विभिन्न विधाओं के क्षेत्र में विगत अनेक वर्षो से दिल्ली एनसीआर में अमिट छाप छोड़ रहे प्रबुद्ध जनों में प्रमुख मोहन सिंह रावत, वैभव मिश्रा, चंद्र मोहन पपनै, अजीत शर्मा, आदित्य झा, मुकेश कौशिक, राजीव सूद, कविता सिंह, संगीता सुयाल, मीरा सब्बरवास, कुसुम बिष्ट, पूनम सिंह, सरिता गुप्ता, उषा ठाकुर, पूजा त्रिपाठी, भूपेंद्र कल्याण, रश्मि सिंह, अल्पना झा, रचना, कल्पना पाठक, ईशा यादव, खुशी काव्या, गरिमा लोहिया, गौरव रंजन, सुनील सौरभ, प्रदीप सिंह, जैक्सन लांबा, दिपांशु शर्मा, रजनीश, सुमन बेलवाल, राज चावला, रंजना मलिक, प्रियंका, डॉ. आभा झा, विनय शुक्ला, ऋषि कुमार, वैष्णवी शास्त्री, वैष्णवी तिवारी, सुनैना रावत, पूजा त्रिपाठी, रेनू कुमारी, तान्या मेहरा, डॉ. ममता ठाकुर, डॉ.प्रभा दुबे, यशोदा घिल्डियाल, भूपेंद्र कल्याण, ममता सिंह, रेखा रावत, संतोषी रावत, बिनीता बिष्ट, प्रभावती नेगी, वीना सिंह, कमल झा, भारती, अनुशा शर्मा, मुकेश सिंह इत्यादि इत्यादि को खचाखच भरे डिप्टी स्पीकर कंस्टीट्यूशन क्लब में तालियों की गड़गड़ाहट के मध्य मंचासीन प्रबुद्घ अतिथियों के कर कमलों शाल ओढ़ा कर व स्मृति चिन्ह प्रदान कर ‘उत्कर्ष सम्मान-2025’ से सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के इस अवसर पर नृत्यांगना डॉ.प्रभा दुबे की टीम द्वारा नृत्य तथा संगीता सुयाल द्वारा निर्देशित नाटक ‘गुहार’ का प्रभावशाली मंचन कर आयोजित आयोजन को यादगार बनाया गया। आयोजित सेमिनार तथा भव्य सम्मान समारोह का प्रभावशाली मंच संचालन राज छावड़ा द्वारा बखूबी किया गया।
————-