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प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल प्राप्त करने का अधिकार है : रामविलास पासवान

उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने  नई दिल्ली में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा आयोजित 60वें ‘विश्व मानक दिवस’ का उद्घाटन किया। समारोह का विषय ‘वीडियो स्टैंडर्ड्स क्रियेट ए ग्लोबल स्टेज’ था। यह विषयवस्तु भारतीय संदर्भ में  अत्यंत प्रासंगिक है, क्योंकि भारत विश्व भर में सबसे तेज बढ़ता मनोरंजन और मीडिया बाजार बन गया है। उम्मीद की जाती है कि 11 प्रतिशत से अधिक संयोजित वार्षिक विकास दर से इसका विकास होगा। इस शानदार विकास के आधार पर भारत में मीडिया और मनोरंजन उद्योग 2023 तक 4,51,373 करोड़ रुपये का उद्योग बन जाएगा। अपने अध्यक्षीय भाषण में रामविलास पासवान ने 60वें ‘विश्व मानक दिवस’ के अवसर पर बीआईएस के सभी अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि हमारे पास विश्व में बेहतरीन प्रयोगशालाएं मौजूद हैं। उन्होंने बीआईएस का उत्साह-वर्द्धन करते हुए कहा कि संस्था को विश्व मानक स्थापित करने में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए तथा उसे विश्वास और समानता का पर्याय बनना चाहिए। वर्ष 2024 तक सभी घरों में नल द्वारा जलापूर्ति के संदर्भ में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी के विजन का उल्लेख करते हुए श्री पासवान ने कहा कि बीआईएस इस दिशा में बड़ी भूमिका निभा सकता है, क्योंकि वह पानी के पाइप के लिए भी मानक तय करता है। उन्होंने दिल्ली में पानी की गुणवत्ता के बारे में कहा कि उनका मंत्रालय दिल्ली में विभिन्न स्थानों से लिए गए 11 नमूनों की अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है और रिपोर्ट मिलने के बाद उसे सार्वजनिक कर दिया जाएगा। श्री पासपान ने कहा कि प्रत्येक नागरिक को स्वच्छ पेयजल प्राप्त करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति और खासतौर से गरीबों की फिल्टर पानी तक पहुंच नहीं होती है, वे सभी जल-जनित रोगों का शिकार होकर बीमार पड़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय जल गुणवत्ता रेंकिंग की शुरूआत करेगा, जो आरम्भ में सौ स्मार्ट शहरों और सभी राज्य राजधानियों में अगले तीन महीनों में शुरू कर दी जाएगी। इस रैंकिंग को छह महीनों में सभी जिलों में लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ पेयजल जन-आंदोलन बनेगा। श्री पासपान ने बताया कि उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखा है कि वे नल द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले पेयजल के लिए मानकों को अनिवार्य बनाएं। प्रमुख संबोधन देते हुए उपभोक्ता मामलों के सचिव  अविनाश के. श्रीवास्तव ने ‘एक राष्ट्र एक मानक’ को शामिल करते हुए बीआईएस के लिए रोडमैप का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ में कमी लाने की दिशा में काम किया जा रहा है और पाइप द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले पेयजल के लिए मानक लागू किए जा रहे हैं। बीआईएस के महानिदेशक रोहित कुमार परमार ने दीप प्रज्ज्वलन के बाद अपने स्वागत भाषण में कहा कि उत्पादों का मानकीकरण अह्म भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि 60वें विश्व मानक दिवस की विषयवस्तु इसलिए बहुत प्रासंगिक है, क्योंकि इसके दायरे में मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी आते हैं।

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