उत्तराखण्डराज्यराष्ट्रीय

शहीद मनदीप नेगी को उनके गांव में दी गई नम आंखों से विदाई

जगमोहन डांगी पौडी।प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत आज जनपद के विकासखंड पोखड़ा अन्तर्गत ग्राम सकनोली पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद राइफलमैन मंदीप सिंह नेगी (11 गढ़वाल राइफल एलओसी) के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित, कर श्रद्धांजलि दी।

कश्मीर के गुलमर्ग में शहीद हुए पौड़ी के सपूत का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंचा तो बहादुर बेटे को अंतिम विदाई देने के लिए गांववाले उमड़ पड़े। 23 साल के मनदीप सिंह नेगी को तिरंगा में लिपटा देख हर किसी की आंखें भर आईं ,सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोग एक तरफ भारत मां के वीर सपूत की शहादत पर गर्व कर रहे थे तो वहीं उसके हमेशा के लिए खुद से दूर जाने का दुख भी था।

इस मौके पर सूबे के सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी, कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे, एसएसपी सुश्री पी. रेणुका देवी सहित अन्य गणमान्य ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित की। जबकि सेना के जवानों ने शहीद मंदीप सिंह नेगी के पार्थिव शरीर को सम्मान के साथ उनके पैतृक सकनोली गांव में लाया तथा सैन्य सलामी दी गई।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने शहीद के परिजन माता एवं पिता से मिलकर उनको सांत्वना दी। उन्होंने कहा की शहीद मनदीप नेगी के परिवार को राज्य सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की, कि इस विकट घड़ी में भगवान उनके परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें, तथा शहीद मंदीप सिंह नेगी को अपने चरणों में स्थान दें। उन्होंने कहा कि आज श्री मंदीप सिंह नेगी हमारे बीच नहीं हैं वे देश के लिए शहीद हो गए हैं। कहा कि धन्य हैं उनके माता पिता जिन्होंने ऐसे वीर सपूत को जन्म दिया जो देश की रक्षा के लिए शहीद हुआ है और अपना नाम इतिहास के पन्नो पर दर्ज कर गया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की, कि शहीद मनदीप सिंह नेगी के गांव की रोड का डामरीकरण किया जाएगा, और इस मार्ग का नाम का शहीद मंदीप सिंह नेगी मार्ग रखा जाएगा।

जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में मातृभूमि के प्रति अपना फर्ज निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के सतपुली, पौड़ी गढ़वाल के मंदीप सिंह नेगी शहीद हो गए थे।

इस मौके पर सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी ने कहा कि दुनिया में इससे बड़ा दुख और कोई नही हो सकता कि किसी का जवान बेटा चला जाए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक जीओ किया कि यदि देश की रक्षा करते हुए कोई वीर शहीद हो जाता है तो उसके परिवार के एक व्यक्ति को योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाएगी। किंतु यहां स्थिति अलग है, शहीद मंदीप सिंह नेगी परिवार के इकलौते पुत्र थे। कहा कि यह वीरो की भूमि है। शहीदों का सम्मान करना हर देशवासी के कर्तव्य है। शहीदों के सम्मान में लगातार काम किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीद के परिवार जनों के लिए अलग से कुछ करने की सोचेंगे और उसे कैबिनेट में लाकर पास करेंगे। उन्होंने शीघ्र साढ़े बारह लाख रुपए देने की बात कही। जबकि कृषि मंत्री श्री सुबोध उनियाल ने शहीद के परिवार को राज्य सरकार की ओर से मदद देने की बात कही।

शहीद मंदीप सिह को अतिम विदाई देने वालो के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, अपर जिलाधिकारी डॉ एस के बरनवाल, जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल ओम प्रकाश फर्स्वाण, मेजर करन सिंह एएसपी अनूप काला, सहित अन्य अधिकारी एवम विशाल जन समूह ने शहीद को नाम आंखों से श्रद्धांजलि दी।

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *