भारतीय रेलवे और डीएफसीसीआईएल ने मशीन विजन आधारित निरीक्षण प्रणाली की स्थापना हेतु समझौता किया
सेवा दक्षता बढ़ाने और ट्रेन संचालन को सुरक्षित बनाने की दिशा में एआई तकनीक आधारित निगरानी प्रणाली की शुरुआत
Amar sandesh नई दिल्ली, जुलाई ।भारतीय रेलवे ने आधुनिक तकनीकों के उपयोग द्वारा रोलिंग स्टॉक के रखरखाव को स्वचालित करने और सेवा दक्षता को और बेहतर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस क्रम में भारतीय रेलवे और डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (DFCCIL) के बीच मशीन विजन आधारित निरीक्षण प्रणाली (MVIS) की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह प्रणाली कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और मशीन लर्निंग (ML) पर आधारित एक अत्याधुनिक समाधान है, जो ट्रेनों की गति में भी उनके अंडर-गियर की हाई-रेजोल्यूशन छवियों को कैप्चर कर स्वचालित रूप से किसी भी ढीले, लटकते या लापता पुर्जों का पता लगाती है।यह समझौता नई दिल्ली स्थित रेल भवन में हुआ, जहाँ रेलवे बोर्ड के निदेशक (परियोजना एवं विकास) सुमित कुमार और DFCCIL के जीजीएम (मैकेनिकल) जवाहर लाल ने इस पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर रेलवे बोर्ड के सदस्य (ट्रैक्शन एवं रोलिंग स्टॉक) श्री बी.एम. अग्रवाल, DFCCIL के प्रबंध निदेशक श्री प्रवीण कुमार सहित रेलवे बोर्ड और DFCCIL के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
इस समझौते के तहत DFCCIL चार मशीन विजन निरीक्षण इकाइयों की खरीद, आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशन की जिम्मेदारी निभाएगा। यह प्रणाली भारतीय रेलवे के लिए अपनी तरह की पहली तकनीक है, जो न केवल ट्रेन संचालन की सुरक्षा को नई ऊंचाई देगी, बल्कि मैन्युअल निरीक्षण की आवश्यकता को कम कर संभावित दुर्घटनाओं और सेवा व्यवधानों से भी बचाव करेगी।