सरकारी हेल्पलाइन ने लॉकडाउन में बढ़ी आँखों की शिकायतों में निःशुल्क परामर्श की सुविधा शुरू की
दिल्ली, 26 अप्रैल 2020, देश में कोरोना महामारी
संक्रमण की वजह से पूरा देश लॉक डाउन है जिसके चलते सरकार और प्रशासन की तरफ से सख्त
हिदायत है कि सभी को घर के अन्दर ही रहना है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है। जिसके चलते लोगों को पिछले कुछ दिनों में आँखों की शिकायतों में खासी वृद्धि देखी गयी है, इसको ध्यान में रखते हुए सरकारी हेल्पलाइन ने लोगों को आँखों से सम्बंधित होने वाली शिकायतों के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वीर विक्रम सिंह छिल्लर के
माध्यम से निःशुल्क सलाह और घर बैठे उपचार ले
सकते हैं, इसके लिए उन्हें सरकारी हेल्पलाइन पर जाकर अपनी परेशानी लिख कर जवाब मंगा सकते हैं
यदि वह फ़ोन पर उपचार के बारे में बात करना
चाहते हैं तो उसकी भी सुविधा दी गयी है |
सरकारी हेल्पलाइन के फाउंडर वैभव मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से लोग अपने घरों में ही
रह रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा समय टीवी,
कंप्यूटर और मोबाइल में व्यतीत कर रहे हैं । बच्चे, बड़े, बूढ़े सहित लगभग सभी वर्ग और उम्र के लोग समय काटने के लिए कभी टीवी देख कर टाईम पास कर लेते है तो कभी फ़ोन पर कुछ
गेम खेलकर या सोशल मीडिया के इस्तेमाल से लॉक डाउन में समय काट रहें हैं। जिसकी वजह से अचानक पिछले एक हफ्ते में
आँखों से सम्बंधित बीमारी की शिकायतों में तेज़ी देखने को मिली है, इसकी बड़ी वजह सिर्फ लॉकडाउन में लोगों का ज्यादातर समय टीवी और स्मार्ट फोन के अधिक इस्तेमाल से हुआ है लेकिन अब घर मे रह कर मोबाइल और टीवी स्क्रीन की वजह से लोग खुद आई ड्रॉप्स इत्यादि दवाइयों को ले रहे है। जो कि उचित नही है | इसलिए लोगों की मदद हेतु यह निर्णय लिया गया है कि यदि किसी को आँखों से सम्बंधित कोई शिकायत या समस्या रही है तो
हमारे माध्यम से डॉक्टर से सलाह ले सकता है |
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. वीर विक्रम सिंह छिल्लर से
कहा कि इस मुश्किल समय में सरकारी हेल्पलाइन ने संपर्क कर इस मुहीम से जुड़ने के लिए कहा
जिसका मैं तहे दिल से शुक्रिया करता हूँ , उन्होंने आगे बताया कि लॉक डाउन के कारण सभी को घर मे रहना है और अपने परिजनों के साथ समय व्यतीत करना है। वही लोग समय को काटने के लिए स्क्रीन टाइम
बढ़ा रहें हैं। स्क्रीन टाइम से मतलब है- टीवी, मोबाइल, लैपटॉप, टेबलेट, इत्यादि इन सबको मिलाकर स्क्रीन टाइम कहा जाता है। उन्होंने बताया कि स्क्रीन टाइम का ज्यादा इस्तेमाल होने से आंखों पर काफी दुष्प्रभाव पड़ता है। इस दौरान उन्होंने जो खास लक्षण देखे वो हैं आंखों में लाली होना, पानी आना, राड़कन होना, भारीपन होना और सूखापन होना, इन सब चीज को
मिलाकर कहा जाता है कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम या
सूखापन।