सिंचाई विभाग दुगडडा का एक और कारनामा
बिना एनओसी के रेलवे की भूमि पर खड़ी कर दी आलीशान बिल्डिंग
राजेन्द्र शिवाली
कोटद्वार। यूं तो कई विभाग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और कई घूसखोर अधिकारी घूस लेते हुए पकड़े भी जाते रहे हैं। स्थानीय मालगोदाम रोड पर रेलवे की भूमि पर बनाई गई एक बिल्डिंग को लेकर सिंचाई विभाग दुगडडा आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। मालगोदाम रोड पर फौजी कैम्प की बगल में रेलवे द्वारा करीब एक बीघा भूमि दशकों पूर्व सीमेंट का गोदाम बनाने के लिए सिंचाई विभाग दुगडडा को लीज पर दी गई थी। इसके अलावा फौजी कैम्प को भी रेलवे ने भूमि लीज पर ही दी है। सिंचाई विभाग द्वारा इस भूमि पर टीन शेड डालकर सीमेंट का गोदाम बनाया गया था। कोटद्वार समेत जनपद में होने वाले सरकारी निर्माण कार्यों के लिए सीमेंट की सप्लाई सिंचाई विभाग द्वारा इसी गोदाम से की जाती रही है।
रेलवे द्वारा सिंचाई विभाग को दी गई इस भूमि की लीज विगत वर्षों में खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने रेलवे से बिना एनओसी लिए इस भूमि पर गोदाम की जगह करीब एक करोड़ की लागत से आलीशान बिल्डिंग का निर्माण ठेकेदार के द्वारा करवा दिया गया। बताया जाता है कि रेलवे द्वारा इस पर आब्जेक्शन किए जाने पर सिंचाई विभाग द्वारा निर्माण तो रोक दिया गया, लेकिन टेंडर की अधिकांश धनराशि का भुगतान निर्माण पूरा हुए बगैर ठेकेदार को कर दिया गया है। नगर निगम के निवर्तमान पार्षद विपिन डोबरियाल ने सिंचाई विभाग के इस कारनामे की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।