मातृशक्ति के बिना आत्मनिर्भर भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती—-सुधा यादव
एडब्ल्यूपीएल के एमडी संजीव कुमार ने सुधा यादव को वर्तमान में महिला सशक्तिकरण का उदाहरण बताया
दिल्ली, 3 मार्च। भाजपा केंद्रीय संसदीय बोर्ड एवं चुनाव समिति की सदस्या एवं पूर्व सांसद सुधा यादव ने कहा है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं है। डा. सुधा यादव देश की डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री एडब्ल्यूपीएल द्वारा ताल कटोरा स्टेडियम में महिला सम्मान में रखे गए एक कार्यक्रम में बोल रहीं थीं। एडब्ल्यूपीएल ने यह कार्यक्रम अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में रखा था, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुईं। एडब्ल्यूपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव कुमार ने इंडस्ट्री में भी महिलाओं की बढ़ती भूमिका पर हर्ष व्यक्त किया।
महिलाओं की बड़ी संख्या से गदगद सुधा ने कहा कि मातृ शक्ति के बिना आत्मनिर्भर भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि अब महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नही है, बल्कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे निकल रही है। अब हमारे देश की नारी अबला नहीं है, बल्कि सबला बनकर और सशक्त बनकर अपने निर्णय स्वयं लेने की ताकत रखती है।
सुधा ने एडब्ल्यूपीएल के एमडी संजीव कुमार और इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों की पीठ भी थपथपाई कि वे इस इंडस्ट्री के जरिए न केवल आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार कर रहे हैं बल्कि महिलाओं को भी आगे बढ़ाकर आत्मनिर्भर बना रहे हैं।
सुधा यादव ने कार्यक्रम में पहुंची महिलाओं का आभार जताते हुए कहा कि महिला शक्ति आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए अपने घरों से निकलकर काम कर रही हैं।
एडब्ल्यूपीएल के एमडी संजीव कुमार ने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है । संजीव कुमार ने कहा कि इस इंडस्ट्री में काम करके महिलाएं अपना जीवन यापन तो कर ही रही हैं, साथ-साथ वो अपने सपने भी साकार कर रही हैं। संजीव कुमार ने कहा कि आने वाले समय में महिलाओं की भागीदारी डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में बढ़ेगी, जिससे वो समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करेगी। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में पांच दिन पहले रखें गए इस कार्यक्रम में पहुंची मातृ शक्ति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब महिलाएं केवल अपने घर तक ही सीमित नहीं है, अब वे इंडस्ट्री से जुड़कर समाज उत्थान के कार्यों में भी बड़ा योगदान दे रही है। संजीव ने सुधा यादव को महिला सशक्तिकरण का एक उदाहरण बताया।