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जनसरोकारों के लिए प्रतिबद्ध उत्तराखंड के ‘सार्वभौमिक’ ट्रस्ट ने मनाया पांचवा स्थापना दिवस

सी एम पपनैं

नई दिल्ली। उत्तराखंड के सुदूर तथा पिछड़े इलाकों मे विषम परिस्थितियों मे जीवन यापन कर रहे नोनिहालो के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ, सामाजिक, सांस्कृतिक व शिक्षा के क्षेत्र मे प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही,

उत्तराखंड के दिल्ली एनसीआर मे प्रवासरत प्रवासियो की संस्था, ‘सार्वभौमिक’ ट्रस्ट द्वारा, पांचवा स्थापना दिवस व वीरबाला तीलू रौतेली का 361वां जन्मोत्सव, 6 अगस्त, गढ़वाल भवन के खचाखच भरे सभागार मे, संस्था अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट की अध्यक्षता, मुख्य अतिथि तीरथ सिंह रावत संसद सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड तथा विशिष्ट अतिथि समाजसेवी, के सी पांडे, हरिपाल रावत, पुष्पेश त्रिपाठी (पूर्व विधायक द्वाराहाट), प्रो.सम्पूर्ण सिंह रावत, बलवंत सिंह रावत, एम एस रावत, रमेश नोटियाल, मदन ढुकलान, चारु तिवारी, जीतेन्द्र कुमार, अरुण के हल्द्वानी, दीपक दिवेदी, चेतन नेगी, सोहन सिंह इत्यादि की उपस्थिति मे, मनाया गया।

आयोजन का शुभारंभ, वीरबाला तीलू रौतेली के चित्र पर, ट्रस्ट अध्यक्ष, अजय सिंह बिष्ट, महासचिव शर्मीला अमोला, सचिव हिमानी बिष्ट, कोषाध्यक्ष वीरेंद्र अमोला व अन्य सदस्यों कुसुम बिष्ट, गीता गुसाई नेगी, लक्ष्मी रावत पटेल, राकेश गुसाई, रमेश ठंडरियाल, वीरेंद्र सिंह नेगी, रमेश चंद्र घिंडियाल, रोशनी चमोली, सुशील बद्री, सोनू रौथाण, मीना कंडवाल, रवींद्र गुड़ियाल व ममता गुनियाल इत्यादि द्वारा, माल्यार्पण व पूजा अर्चना तथा विशिष्ट अतिथियों के कर कमलो, दीप प्रज्वलन की रश्म अदायगी व मनमोहक सरस्वती नृत्य वंदना के साथ किया गया।

श्रोताओं से भरे सभागार के मंच से महिला सशक्तिकरण व ट्रस्ट के अन्य क्रिया-कलापो के बावत, ट्रस्ट अध्यक्ष अजय सिंह बिष्ट व
महासचिव शर्मीला अमोला द्वारा, संस्था के दृष्टिकोण से अवगत कराया गया। उत्तराखंड के सीमान्त व दूरदराज के क्षेत्रो मे ‘सार्वभौमिक’ ट्रस्ट द्वारा नोनिहालो के शिक्षा के क्षेत्र मे किए कार्यो व मिली सफलता के बावत अवगत कराया गया। साथ ही, मंचित होने जा रहे कार्यक्रमो की रूपरेखा तथा ट्रस्ट के भावी कार्ययोजनाओं के बावत भी अवगत कराया गया। व्यक्त किया गया,

अंचल के नोनिहालो के व्यवहार, शैक्षिक माहौल के परिवर्तन पर ट्रस्ट कार्य कर रहा है। बालिकाओं के समग्र विकास के लिए कार्य करना ट्रस्ट का मुख्य उद्देश्य है। विद्यालयों मे बालिकाओं के लिए कैरियर काउंसलिंग एवं महिलाओं के लिए प्रतिभा सम्मान का आयोजन भी ट्रस्ट द्वारा किया जाता रहा है। महिलाओ को जागरूक कर, उनके अंदर नेतृत्व की भावना जगाना, मंच प्रदान करना इत्यादि-इत्यादि उक्त सब कार्यो को, सार्वभौमिक ट्रस्ट द्वारा, तीलू रौतेली से प्रेरणा लेकर अग्रसरित किया जा रहा है।

मुख्य अतिथि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद तीरथ सिंह रावत द्वारा आयोजकों को प्रभावशाली आयोजन हेतु बधाई दी गई। वीरबाला तीलू रौतेली की छोटी उम्र में दिखाए गए साहस, वीरता, त्याग व बलिदान को नमन कर, सभी सम्मानित हुए कलाकारों व समाज सेवियो को बधाई देकर व्यक्त किया गया, वर्तमान में कार्यक्रम चाहे वह छोटा-बड़ा जो भी हो, आयोजित करना मुश्किल है। हमारी बहनों ने बहुत संघर्ष किया है, अभावग्रस्त व संघर्षशील जीवन जी कर, त्याग कर, जनसमाज की प्रेरणाश्रोत बन कर, मुकाम हासिल किया है, निश्चय ही ऐसी महिलाऐ सम्मान की हकदार हैं। मुख्य अतिथि द्वारा व्यक्त किया गया, उत्तराखंड समाज ने एकजुट होकर जब भी संघर्ष किया, सफलता मिली है, वक्त का तकाजा है, उत्तराखंड के लोग एकजुट रहे, ऐसा न होने पर हमारा समाज पिछड़ जायेगा, सब धरा का धरा रह जायेगा। एक जुटता जरूरी है, इसे बनाए रखें।

आयोजन के इस अवसर पर, संगीत निर्देशक राकेश गुसाई, नृत्य निर्देशिका लक्ष्मी रावत पटेल, नाट्य निर्देशक रमेश ठंगरियाल को सार्वभौमिक ट्रस्ट सम्मान 2022 तथा प्रमुख समाज सेवी कुसुम गोपाल असवाल को बिजनिस एक्सलेंसी अवार्ड, 2022 से नवाजा गया। उक्त सभी को सम्मान स्वरूप, पुष्प गुच्छ, शाल व स्मृति चिन्ह, मुख्य अतिथि तीरथ सिंह रावत व विशिष्ट अतिथि के सी पांडे के कर कमलो, प्रदान किया गया।

सार्वभौमिक ट्रस्ट द्वारा, पहली बार दिया जा रहा, ‘वीरबाला तीलू रौतेली सम्मान 2022’ नृत्य की विभिन्न विधाओ मे अग्रणी, कोमल राणा नेगी को प्रदान किया गया। सम्मान स्वरूप इक्कीस हजार रुपयों का चैक, पुष्प गुच्छ, शाल व स्मृति चिन्ह, समाजसेवी संदीप भंडारी व पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद तीरथ सिंह रावत के कर कमलो प्रदान किया गया।

आयोजन के इस अवसर पर, गीता गुसाईं रचित गढ़वाली गीत ‘तिकड़ी’ को स्क्रीन पर दर्शकों के मध्य प्रदर्षित किया गया, इसके पोस्टर का लोकार्पण, विशिष्ट अतिथियो व ट्रस्ट पदाधिकारियों के कर कमलो किया गया।

स्थापना दिवस के इस अवसर पर उत्तराखंड के गीत-संगीत व नृत्यों का प्रभावशाली मंचन राकेश गुसाई व सतेन्द्र नेगी के संगीत निर्देशन मे किया गया। डाॅ सतीश कालेश्वरी द्वारा प्रसिद्ध नृत्यांगना लक्ष्मी रावत के सानिध्य में, प्रभावशाली नृत्य शैली, हंसी मजाक व निराले हाव-भावो से युक्त, व्यंग से ओत-प्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। सभागार में बैठै श्रोताओं को उक्त प्रस्तुति ने गदगद किया, तालियां बजाने को मजबूर किया। दर्शको के लिए गीत-संगीत व व्यंग का यह एक नया आयाम रहा। चार घन्टे तक निरंतर मंचित हुए स्थापना दिवस कार्यक्रम का मंच संचालन, हिमानी बिष्ट व श्रुतिदत्त द्वारा बखूबी संचालित किया गया।
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