जवानी लौटाए, सेहत निखारे: जानिए ‘राइस टी’ के चौंकाने वाले फायदे
Amar sandesh नई दिल्ली। अगर आप ग्रीन टी या लेमन टी के फैन हैं, तो अब एक नई और बेहद फायदेमंद चाय से परिचित हो जाइए — राइस टी। जी हां, चावल से बनने वाली इस खास चाय को झारखंड के आदिवासी समुदाय द्वारा वर्षों से पिया जाता रहा है, और आजकल यह सेहतप्रेमियों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है।
क्या है राइस टी?
राइस टी यानी चावल की चाय, खास किस्म के लाल चावल से बनाई जाती है। झारखंड की राजधानी रांची में यह चाय काफी मशहूर है। डांगराटोली चौक स्थित फील्ड एंड फॉरेस्ट कैफे में इसे पीने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं। आदिवासी समुदाय के लोग इसे दिन की शुरुआत में पीते हैं और यह उनके जीवन का अहम हिस्सा बन चुकी है।
सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है राइस टी?
राइस टी को सेहत का खजाना कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर को कई तरीकों से फायदा पहुंचाते हैं:
कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, फॉस्फोरस और विटामिन B-12 से भरपूर
हड्डियों को मजबूत बनाता है,पाचन में सुधार करता है
थकान और कमजोरी को करता है दूर
मांसपेशियों की ऐंठन में देता है राहत
डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लाभकारी
कैसे बनाई जाती है राइस टी?
इस चाय को बनाने की प्रक्रिया भी बेहद आसान है:
सबसे पहले लाल चावल को धीमी आंच पर हल्का भून लें।
फिर इसमें आवश्यक मात्रा में पानी डालकर उबालें।
उबालते समय इसमें अदरक, गुड़ और तेजपत्ता डाल दें।
2-3 मिनट और उबालें, फिर छानकर सर्व करें।
पारंपरिक स्वाद में छुपा आधुनिक लाभ
राइस टी न केवल पारंपरिक स्वाद और खुशबू से भरपूर है, बल्कि यह आज के समय में एक प्राकृतिक एनर्जी बूस्टर के रूप में उभर रही है। यह चाय न केवल शरीर को दुरुस्त रखती है, बल्कि त्वचा को भी युवा और चमकदार बनाए रखती है।
अगर आप भी कुछ नया और सेहतमंद आज़माना चाहते हैं, तो राइस टी को ज़रूर ट्राई करें – सेहत भी सुधरेगी और स्वाद भी मिलेगा।