हमारा संगठन और हमारी विचारधारा एक ही रहेगी : अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी मुख्यालय में संगठन पर्व सदस्यता अभियान से जुड़े विभिन्न प्रदेशों के सदस्यता प्रभारी एवं सह प्रभारी की बैठक को संबोधित किया. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सदस्यता अभियान को इस प्रकार सर्वस्पर्शी और समावेशी बनाना है जिससे पार्टी की पहुंच समाज के सभी वर्गों तक हो सके. यह सदस्यता अभियान संगठन को सर्वस्पर्शी और समावेशी बनाने का माध्यम है। उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में शानदार सफलता अर्जित की है लेकिन इसका सर्वोच्च अभी आना बाकी है। सरकार का मूल सबका साथ-सबका विकास और संगठन का मूल सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी भाजपा है और इसलिए इस विशेष सदस्यता अभियान को हमें सभी बूथों तक ले जाना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की भारतीय जनता पार्टी आंतरिक लोकतंत्र मजबूत रखने के लिए सदस्यता अभियान 6 जुलाई से आरम्भ करने जा रही है जो 11 अगस्त तक चलेगी। पार्टी आगामी तीन वर्षों में सदस्यता बढ़ाने के जो भी समुचित उपाय होते हैं, उसका उपयोग करते हुए उस लक्ष्य को प्राप्त करने का हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जिस प्रकार से पुराने क्षेत्रों में अपना आधार मजबूत रखते हुए नए क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी ने विस्तार किया है, पार्टी अपने परिश्रम के साथ लगातार अपने उस विस्तार अभियान को जारी रखेगी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कहा कि 2019 का चुनाव देश में जातिवाद, परिवारवाद एवं संप्रदायवाद के खिलाफ जनमत है. उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्व राज्यों में पार्टी का विस्तार किया गया और ओडिशा एवं तेलंगाना जैसे राज्यों में जनाधार में विस्तार के साथ ही, राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पंडित दीनदयाल जी का जिक्र करते हुए कहा कि पंडित जी ने राजनीति के अन्दर जिस विचारधारा का आरम्भ किया था, उसी विचारधारा को हम सभी कार्यकर्ता आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में आजादी के बाद कई लोगों को लगता था कि यदि लोकतंत्र को सफल बनाना है तो पश्चिम के विचार से अलग, अपनी संस्कृति की लोकतांत्रिक भावनाओं को अभिव्यक्ति प्रदान करने वाली एक पार्टी होनी चाहिए जो इस देश की संस्कृति के आधार पर देश के अन्दर लोकतंत्र के नए आयामों का सृजन कर सके. इसी आधार पर जनसंघ की स्थापना हुई। पंडित जी ने बीज बोया था वह आज वटवृक्ष के रूप में दुनिया के सामने खड़ा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पं. दीनदयाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके सिद्धांतों के आधार पर आज यह सत्य साबित हो गया कि मजबूत संगठन के आधार पर ही चुनाव लड़े और जीते जा सकते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी की तुलना अन्य राजनीतिक पार्टियों से करते हुए भारतीय जनता पार्टी को इस अर्थ में भिन्न बताया कि जहाँ अन्य राजनीतिक पार्टियां अपने नेताओं के आधार पर चुनाव लड़ती और जीतती हैं वहीँ भारतीय जनता पार्टी देश की एकमात्र पार्टी है जो नेताओं के आधार पर नहीं बल्कि संगठन और विचारधारा तथा बूथ और शक्ति केन्द्रों पर खड़े कार्यकर्ताओं के आधार पर चुनाव लड़ती और जीतती है। उन्होंने कहा की भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जहाँ पार्टी के चलने के आधार नेताओं का आभामंडल नहीं बल्कि पार्टी के कार्यकर्ता और संगठन हैं. हम ओछे हथकंडे अपनाकर चुनाव नहीं जीतते बल्कि विचारधार की स्वीकृति और संगठन की शक्ति के आधार पर चुनाव जीतते हैं। उन्होंने कहा की हर पराजय के बाद कांग्रेस का छोटे-छोटे दलों के रूप में उदय होता है लेकिन भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कभी बिखरती नहीं, बल्कि गिरकर पुनः खड़ी हो जाती है. इस प्रकार, भाजपा संगठन को एक प्रकार से अमरत्व प्राप्त है. संगठन के पदाधिकारी बदलते रहेंगे लेकिन हमारा संगठन और हमारी विचारधारा एक ही रहेगी, वो कभी नहीं बदलेगी। संगठन ही हमारा प्राण और आत्मा है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि संगठन को आगे बढाने और भारतीय जनता पार्टी को एक पूर्ण पार्टी बनाने के लिए आवश्यक है कि हर बूथ पर भगवा झंडा दिखाई दे। पार्टी की पूर्णता सिर्फ इस बात में निहित नहीं है कि हमें कितनी विधान सभा अथवा लोकसभा सीटें प्राप्त हुई हैं बल्कि इस बात में निहित है निचले स्तर पर भगवा झंडा दिखाई दे। जिस बूथ पर हमारी हार हुई है, उस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है और इसकी जिम्मेदारी सदस्यता प्रमुख और सह-प्रमुख की है। संगठन पर्व सदस्यता अभियान हमारे लिए एक मौका है हर कमजोर बूथ को मजबूत बनाने और जहाँ पार्टी मजबूत नहीं वहां उसे मजबूत करने का. इसके लिए 1 लाख 75 हजार कार्यकर्ता चाहिए जो एक-एक बूथ की जिम्मेदारी ले। हर जगह, समाज के हर तबके तक हमारी विचारधारा पहुंचे, यही लक्ष्य लेकर हमें आगे बढ़ना है।