उत्तराखण्डराज्यराष्ट्रीयस्वास्थ्य

100 घंटों के दौरान उत्तराखण्ड में कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है- रावत

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में मीडिया से अनौपचारिक वार्ता के दौरान कहा कि लगभग पिछले 100 घंटों के दौरान उत्तराखण्ड में कोरोना का कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है, इसके साथ ही 7 लोग ठीक हो कर घर चले गए हैं। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिन में दो-तीन और कोरोना मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने की संभावना है। लेकिन भविष्य की आशंकाओं से इनकार नहीं किया जा सकता क्योंकि कोरोना के लक्षण कई बार सामने नहीं आ रहे हैं और कई बार काफी दिनों के बाद इसके लक्षण सामने आ रहे हैं। इस वजह से बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने मीडिया के माध्यम से जनता से आव्हान करते हुए कहा कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए किसी भी प्रकार से अपने चेहरे को ढकना आवश्यक है। सामाजिक दूरी बनाते हुए मास्क प्रयोग करने के बाद धोते रहने से भी हम अपने आप को 80% तक सुरक्षित रख सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा स्थिति को नियंत्रण रखने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से अनुरोध करते हुए कहा कि धर्मगुरु सामाजिक कार्य करने वाले बुद्धिजीवी कोरोना से लड़ाई में समाज को जागरूक करने में प्रदेश सरकार का सहयोग करें। आज पूरी दुनिया पर कोरोना वायरस का दुष्प्रभाव पड़ रहा है, यह एक लंबी समस्या है, और बहुत लंबे समय तक हमें इससे सतर्क रहने की जरूरत है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हल्द्वानी के वनभूलपुरा में देखने में आया कि वहां पर भीड़ इकट्ठा हो गई। इस स्थिति को देखते वहां पर कर्फ्यू के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन के बढ़ाने के लिए भारत सरकार द्वारा कमेटी बनाई गई है। कोरोना संकट से लडने के लिए पूरे देश में एक प्रकार की नीति लागू करनी पड़ेगी। इसके लिए हम भारत सरकार के प्लान का इंतजार कर रहे हैं, उसी के अनुसार आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन को धीरे धीरे सीमित करना होगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि ‘जान भी और जहान भी’। राज्य सरकार ने भी भारत सरकार को सुझाव दिए हैं। लॉक डाउन के सम्बन्ध में  सामान्यत: सभी राज्यों की समान राय है।

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *