Amar sandesh दिल्ली/बागेश्वर। लोकआस्था और संस्कृति की जीवंत धरोहर नंदा राजजात यात्रा 2026 इस बार और भी भव्य रूप लेने जा रही है। इसी को लेकर जिला सभागार बागेश्वर में जिलाधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में अहम बैठक आयोजित हुई।
बैठक में बताया गया कि यात्रा जनपद बागेश्वर से सिरकोट, बदियाकोट होते हुए कुवांरी और सोराग से बोरबलड़ा तक निकलेगी। इस दौरान चार प्रमुख पड़ाव तय किए गए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि यात्रा को “ऐतिहासिक और अविस्मरणीय” बनाने के लिए सभी विभाग एक सप्ताह के भीतर अपने प्रस्ताव प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने आशीष भटगांई कहा कि “नंदा राजजात सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की परंपरा, आस्था और पर्यटन को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का सुनहरा अवसर है। सभी विभाग जनप्रतिनिधियों के साथ मिलकर यात्रा को सफल, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में काम करें।”