मनोज जैन की गेल के सीएमडी पद पर नियुक्ति
अमर संदेश, नयी दिल्ली। निरंतर मेहनत और लगनपूर्वक कार्य करने का पारितोषिक सदा मिलता ही है। भारत सरकार के अधीन संचालित गेल (इंडिया) लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के पद पर पहुॅचे मनोज जैन की नियुक्ति से यह बात साबित होती है कि ईमानदारी से लगातार अपनी जिम्मेदारी निभाने वालों को सफलता के लिए परमात्मा के सिवा और किसी का मोहताज नहीं होना पड़ता है।
गत 14 फरवरी को मनोज जैन को व्यावसायिक विकास निदेशक के पद से प्रोन्नत करते हुए, गैस अथॉरिटी आॅफ इंडिया लिमिटेड(गेल) के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक की शीर्ष जिम्मेदारी सौंपी गयी है। मनोज जैन के इस अहम और उच्च ओहदे पर पहुॅचने की कहानी भी काफी दिलचस्प तथा प्रेरक है। गौर तलब है कि श्री जैन इससे पूर्व गेल के व्यावसायिक विकास निदेशक के पद पर कुशलतापूर्वक कार्य कर चुके हैं। श्री जैन ने संचालन प्रबंधन में एमबीए करने के बाद साल 1985 में स्नातक इंजीनियर प्रशिक्षु के रूप में गेल में सेवा शुरू की थी। उन्होंने स्नातक इंजीनियर प्रशिक्षु पद के लेकर गेल के सीएमडी बनने तक का सफर लगभग 35 वर्षों में तय किया है। मनोज जैन के पास व्यवसाय विकास सहित परियोजना परिचालन, पेट्रोकेमिकल्स, परिचालन एवं रख-रखाव, पाइपलाईन इंटिग्रिटी मैनेजमेंट तथा मार्केटिंग के क्षे़त्रों में कार्य करने का विशद् अनुभव है।
मनोज जैन इससे पूर्व व्यवसाय विकास निदेशक के पद पर रहते हुए, कंपनी के व्यवसाय को भारत तथा भारत से बाहर विस्तारित करने के अभियान में लगे हुए थे। इस दौरान उन्होंने गेल के व्यापार पोर्टफोलियो को तैयार करने में काफी मेहनत की। श्री जैन ने कंपनी के लिए अन्वेषण व उत्पादन, स्वास्थ्य सुरक्षा तथा पर्यावरण प्रबंधन, गुणवत्ता प्रबंधन, नयी पाइपलाईनों की अवस्थापना के लिए परियोजना विकास,परिशोधन इकाईयों की स्थापना, शोध एवं विकास, स्टार्ट अप,विलय तथा अधिग्रहण,पेट्रोकेमिकल्स, नवीनीकरण, व्यवहार्यता अध्ययन और निवेश हेतु मंजूरी आदि अनेक प्रशंसनीय कार्यों का संपादन किया है। वह वर्तमान में गेल ग्लोबल(युएसए) इंक (जीजीयूआई), एलएनजी एलएलसी (जीजीयूएल), तथा कोंकण एलएनजी प्राइवेट के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। विपणन कार्यकारी निदेशक रहते हुए उन्होंने गैस के विक्रय विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। पूर्वोत्तर भारत में असम के लेपेटा का नामक स्थान पर मेगा-ग्राडरॉट पेट्रोकेमिकल्स की स्थापना उन्हीं श्रमसाध्य कार्यों का परिणाम है। इस इकाई की स्थापना श्री जैन द्वारा ब्रह्मपुत्र क्रैकर एंड पॉलिमर लिमिटेड के मुख्य परिचालन अधिकारी पद पर रहते हुए की गयी। मनोज जैन ने प्राकृतिक गैस पाइपलाईनों के संचालन और रख-रखाव हेतु भी काफी कार्य किया। राष्ट्रीय गैस प्रबंधन केंद्र तथा गैसों के संचरण एवं विपणन हेतु सुगम प्रणालियां स्थापित करने में भी उन्होंने काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
सीएमडी के शीर्ष पद पर आसीन होने के बाद उनसे कंपनी की अपेक्षाएं बढ़ना स्वाभाविक है। आशा है कि मनोज जैन अपनी नयी जिम्मेदारियों को कुशलतापूर्वक निभाते हुए गेल (इंडिया) लिमिटेड को नयी उॅचाईयों पर ले जायेंगे।