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जब तक साफ पानी नहीं मिलता तब तक पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में केजरीवाल एंड कंपनी का प्रवेश बंद——प्रवेश साहिब सिंह

नई दिल्ली, 1 जून। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी श्री बैजयंत जय पांडा ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली की जनता आज पानी के लिए तरस रही हैं। चारों ओर पीने के पानी के लिए त्राही-त्राही मची है लेकिन केजरीवाल सरकार द्वारा जलबोर्ड को दिए 57000 करोड़ रुपये का क्या किया गया, उसका जवाब अभी तक दिल्ली की जनता को मिल पाया।

दिल्ली जलबोर्ड की स्थिति यह है कि वह 24 घंटे पानी सप्लाई करना तो दूर पीने का साफ पानी तक नहीं दे रहा है। आज दिल्ली सचिवालय के बाहर पानी की हो रही किल्लत को लेकर प्रदेश भाजपा द्वारा विरोध प्रदर्शन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी और सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने भी केजरीवाल सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को संबोधित किया।

श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि 13000 एमजीडी पानी पूरी दिल्ली को जरुरत होती है लेकिन 30 प्रतिशत पानी सिर्फ लिकेज से बर्बाद हो जाता है। भाजपा के पोल खोल अभियान में 80 फीसदी लोगों ने पानी की शिकायत की, लेकिन दिल्ली की जनता की गुहार को केजरीवाल हमेशा से अनसुना करते रहे हैं। दिल्ली के लोगों को प्रदूषित, बदबूदार और जहरीला पानी पिलाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ऊपर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। यह वही केजरीवाल हैं जो शीला दीक्षित की सरकार के समय कहते थे कि जब हम सरकार में आएंगे तो टैंकर माफियाओं को खत्म कर देंगे, लेकिन आज वही केजरीवाल टैंकर माफियाओं के साथ हाथ मिला रहे हैं और टैंकर माफिया इनके विधायकों और मंत्रियों की जेबें गर्म कर रहे हैं।

श्री गुप्ता ने कहा कि 57000 करोड़ रुपये से पानी की लाइनें बदलने का काम सिर्फ कागजों में किया गया क्योंकि जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हुआ है। इतना ही नहीं जलबोर्ड का हिसाब लेने के लिए सीएजी ने 22 लेटर लिखें लेकिन एक भी लेटर का जवाब केजरीवाल सरकार ने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि आठ सालों में केजरीवाल सरकार एक भी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक नहीं लगा पाई है। दिल्ली को बूचड़खाना बनाने वाले अरविंद केजरीवाल पानी की निकासी के लिए आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए जिससे बारिश होते ही दिल्ली का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो जाता है। जो केजरीवाल सरकार की नाकामियों को बखूबी बताता है।

श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली को बूंद-बूंद पानी के लिए तरसा रखा है। आज केजरीवाल के पास 75,000 करोड़ रुपये का बजट है और दिल्ली के मुख्यमंत्री कई बार कह चुके हैं कि वे दिल्लीवासियों को स्वच्छ जल देंगे, लेकिन 44 फीसदी दिल्लीवासियों को स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है और जिन्हें मिल रहा है, वे पानी पीकर पेट की बीमारियों सहित कई अन्य बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पानी के सैंपल लेकर उसकी जांच की गई तो 42 फीसदी सैंपल फेल हो गए।

सांसद श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि जब तक केजरीवाल दिल्लीवासियों को पीने का और साफ पानी नहीं देंगे तब तक उन्हें पश्चिमी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में नहीं घुसने देंगे। प्रदर्शन में आए महिलाओं द्वारा हाथ में लेकर आए घड़े में पानी को लेकर श्री प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि दिल्ली की महिलाओं की मेहनत एक दिन जरुर रंग लाएगी। आज स्थिति यह है कि दिल्ली की जनता बदबूदार पानी पीने के कारण बीमार पड़ रही है और उन्हें इलाज की सुविधा तक नहीं मिल पा रही है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना को केजरीवाल सरकार ने लागू करने से मना कर दिया जबकि इस योजना के तहत अंडमान निकोबार जैसे केंद्र शासित प्रदेश में नल से साफ जल घर-घर जा रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार के आगोश में समाई केजरीवाल सरकार के राज में दिल्ली के लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है। विरोध प्रदर्शन में प्रदेश मीडिया प्रमुख श्री नवीन कुमार जिंदल, पूर्व महापौर श्री मुकेश सूर्यान, दक्षिणी दिल्ली शिक्षा समिति की पूर्व अध्यक्षा सुश्री नीतिका शर्मा, जिला अध्यक्ष श्री सचिन भसीन और श्री विजय सोलंकी सहित हजारों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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