वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ अपनी सतर्कता बढ़ाते हुए, एनटीपीसी पहले से ही अपने 45 अस्पतालों,स्वास्थ्य इकाइयों का उपयोग आइसोलेशन सुविधाएं बनाने में कर चुका है
नई दिल्ली।केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर. के. सिंह के आह्वान को स्वीकार करते हुए, विद्युत मंत्रालय के तहत केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम(सीपीएसयू)एनटीपीसी लिमिटेड कोरोना वायरस(कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने और मानवीय राहत उपायों के लिए अपने बुनियादी ढांचे और सीएसआर फंड का उपयोग दोनों ही कार्य सक्रियता के साथ काम कर रहा है।
वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ अपनी सतर्कता बढ़ाते हुए, एनटीपीसी पहले से ही अपने 45 अस्पतालों,स्वास्थ्य इकाइयों का उपयोग आइसोलेशन सुविधाएं बनाने में कर चुका है ,और ऐसे मामलों को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए चिकित्सा कर्मचारियों के लिए अपेक्षित उपकरणों की खरीद कर चुका है। सभी अस्पतालों ,स्वास्थ्य इकाइयों में ऑक्सीजन आपूर्ति सहित लगभग 168 आइसोलेशन बिस्तर तैयार किए गए हैं और जरूरत के आधार पर 122 अतिरिक्त बिस्तर उपलब्ध कराए जा सकते हैं। कोविड मामलों से निपटने के लिए दिल्ली के बदरपुर स्थित अस्पताल और ओडिशा के सुंदरगढ़ के मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित दो अस्पताल राज्य सरकारों के उपयोग के लिए तैयार किए गए हैं।
उपयुक्त स्वास्थ्य सेवा उपकरणों की उपलब्धता और उन तक पहुंच मौजूदा समय की आवश्यकता है, इसलिए उपकरण खरीद के लिए लगभग 3 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। वर्तमान मेंएनटीपीसी के परियोजना अस्पतालों में 7 वेंटिलेटर हैं। विभिन्न अस्पतालों के लिए वेंटिलेटर सहित18 उन्नत स्तर की एंबुलेंस, 18 अतिरिक्त वेंटिलेटर और 520 आईआर थर्मामीटर खरीद की प्रक्रिया में हैं।
व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) और हैंड सैनिटाइजेशन इस खतरनाक कोरोना वायरस के खिलाफ सबसे बड़े रोकथाम तंत्र के रूप में उभरे हैं, इसलिए एनटीपीसीने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए परीक्षण, उपचार और परिवहन संबंधी दिशानिर्देश सभी सीएमओके साथ साझा किए हैं। चिकित्साकर्मियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के उपयोग के बारे में वीडियो कॉल के माध्यम से भी प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा 1200 पीपीई किट, 1,20,000 सर्जिकल मास्क और 33,000 से अधिक दस्ताने, 5000 एप्रन, 8000 शू कवर और 535 लीटर सैनिटाइजर सभी परियोजना और स्टेशनों को भेजे गए है।
मौजूदा समय में रोकथाम सबसे महत्वपूर्ण प्रतीत हो रही हैइसलिए एनटीपीसी की अनेक इकाइयों ने रोकथाम और राहत कार्यों का दायित्व लिया है और अब तक इस उद्देश्य के लिए 3.50 करोड़ रुपये की राशि समर्पित की गई है।
कोरोनो वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकारों को सहायता देने की अपनी पहल के तहत एनटीपीसी भद्रक में 120-बिस्तर वाले सालंदी अस्पताल के किराये का खर्च वहन करने तथा कोविड-19 केयर सेंटर के सुचारू परिचालन के लिए अस्पताल में संलग्न चिकित्सा और अर्द्धचिकित्सा कर्मियों के लिए रहने और भोजन व्यवस्था में सहायता देने के लिए प्रति माह 35 लाख रुपये का योगदान देकर ओडिशा सरकार की मदद कर रहा है।कोविडकेयर सेंटर के संचालन और रखरखाव के लिए 1.05 करोड़ रुपये के कुल वित्तीय निहितार्थ सहित 3 महीने के लिए वित्तीय सहायता की जाएगी।
इतना ही नहीं, एनटीपीसी इस महामारी से निपटने के लिए चिकित्सा सहायताऔर पीपीई, खाद्य पैकेटों के वितरण की व्यवस्था करने के लिए जिला प्रशासन / स्थानीय अधिकारियों को 6.36 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। इसके अलावाअपनी कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत एनटीपीसी रिहंद ने वंचित परिवारों के बीच वितरण के लिए 17 लाख रुपये मूल्य के 2,800 बोरी खाद्यान्न और खाद्य पदार्थों के पैकेट जिला प्रशासन के सुपुर्द किए हैं। एनटीपीसी विंध्याचल ने इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, सिंगरौली को राहत उपायों के लिए वित्तीय सहायता के रूप में 25 लाख रुपये समर्पित किए।
कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए सीएसआर कोष का उपयोग करने के अवसर का उपयोग करते हुएएनटीपीसीने वैश्विक महामारी कोविड-19 के खिलाफ सतर्कता बढ़ाते हुए पीएम केयर्स फंड में 250 करोड़ रुपए का योगदान किया है। इसके अलावा कंपनी के कर्मचारियों के वेतन के योगदान के तौर पर 7.50 करोड़ रुपये की राशि भी पीएम केयर्स फंड में जमा की गई है।