दो दशकों में वैश्विक तेल की बढ़ती मांग में भारत की हिस्सेदारी 25% होगी—-हरदीप सिंह पुरी
अमर संदेश गोवा। देश के उत्साह से भरे शहर गोवा में भारत ऊर्जा सप्ताह (आईईडब्ल्यू), 2024 के समापन समारोह में केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने वैश्विक ऊर्जा सम्मेलन के बेहद सफल आयोजन की प्रसन्नसा करते हुए कहा कि आईईडब्ल्यू 2024 ने पिछले साल उद्घाटन सत्र में 30% अधिक प्रदर्शकों के साथ 18,000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र में अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया था।
केंद्रीय मंत्री श्री पुरी ने यह भी घोषणा की कि 2025 में तीसरा संस्करण आईईडब्ल्यू 11 से 14 फरवरी के बीच नई दिल्ली के द्वारका में स्थित भारत के सबसे बड़े सम्मेलन और प्रदर्शनी केंद्र, यशोभूमि (इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर) में आयोजित किया जाएगा।
इसके अलावा, भारत ऊर्जा सप्ताह 2026 गोवा वापस आएगा और राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित आईपीएसएचईएम-ओएनजीसी प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित किया जाएगा।
श्री पुरी ने कहा कि चार दिवसीय कार्यक्रम की सफलता का उदाहरण सीईओ और बोर्ड के सदस्यों की मजबूत भागीदारी है, जो न केवल सबसे बड़ी तेल, गैस कंपनियों बल्कि जैव ईंधन और नवीकरणीय प्रौद्योगिकी कंपनियों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा,“यह दर्शाता है कि आईईडब्ल्यू ने उपलब्ध प्लेटफार्मों के बीच एक प्रमुख स्थान हासिल कर लिया है, जहां यदि आप जाकर चार दिन बिताते हैं तो आप विभिन्न वर्गों के लोगों से मिल सकते हैं जो दुनिया की अलग-अलग जगहों से आते हैं और जिनके साथ बातचीत करने में आपको अन्यथा अधिक समय लग सकता है।”
इसके अलावा, श्री पुरी ने कहा कि भारत ऊर्जा सप्ताह, 2024 की प्रदर्शनियों में उच्चतम क्रम के तकनीकी नवाचार प्रदर्शित किए गए, जिससे वह गहराई से प्रभावित हुए।
श्री पुरी ने कहा, “देश-विशिष्ट प्रदर्शनी स्टालों और बड़ी कंपनियों से संबंधित स्टालों के अलावा, व्यक्तिगत उद्यमियों ने भी उच्चतम गुणवत्ता के तकनीकी नवाचार को प्राप्त करने में महान प्रयास का प्रदर्शन किया।”
केंद्रीय मंत्री श्री पुरी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अगले दो दशकों में वैश्विक तेल की बढ़ती मांग में भारत की हिस्सेदारी 25% होगी, लेकिन यह वृद्धि केवल अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि जैव ईंधन तक भी बढ़ेगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “हम 2014 तक 1.5% से अधिक जैव ईंधन मिश्रण प्राप्त नहीं कर सके। आज हमें पूरे देश में 12% मिश्रण मिला है, और हम इसे 20% तक ले जाने जा रहे हैं। इसलिए मुझे लगता है कि सर्वश्रेष्ठ आना अभी बाकी है।”
इसके अलावा, श्री पुरी ने कहा कि इथेनॉल, जैव ईंधन, कंप्रेस्ड बायोगैस और हरित हाइड्रोजन भारत में भारी वृद्धि देखने के लिए तैयार हैं। केन्द्रीय मंत्री श्री पुरी ने इस को सफल बनाने के लिए सभी सहयोगी कंपनियों का धन्यवाद किया।
आगे उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि दुनिया अभी यह देखना शुरू कर रही है कि हरित हाइड्रोजन उतनी दूर की कहानी नहीं हो सकती है जितना शुरू में सोचा गया था और कम से कम 2030 तक 50 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष का भारतीय अनुमान बहुत कम है।”
केंद्रीय मंत्री के साथ बोलते हुए, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव, पंकज जैन ने कहा कि भारत वैश्विक ऊर्जा कंपनियों के लिए दुनिया के बाजारों में से एक से एक ऐसे देश में बदल गया है जहां वैश्विक संस्थाओं ने बैक ऑफिस स्थापित किए हैं और इससे विशेषज्ञों और विनिर्माण सुविधाओं में हजारों लोगों को रोजगार दिया है।
केंद्रीय मंत्री और पैट्रोलियम सचिव पंकज जैन के हाथों से एनर्जी स्टार्टअप चैलेंज से भी सम्मानित किया। पहला पुरस्कार आयरन टेक्नोलॉजीज को मिला, जबकि वासितारा प्राइवेट लिमिटेड ने उपविजेता ट्रॉफी हासिल की। तीसरा स्थान एलो एसेल को दिया गया।