राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर ब्राह्मण समाज के सरोकारों के लिए कार्यरत ‘वर्ल्ड ब्राह्मण संघ’ के चेयरमैन चुने गए पं.शशिकांत शर्मा
नई दिल्ली। राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर ब्राह्मण समाज के सरोकारों के लिए कार्यरत ख्याति प्राप्त ‘वर्ल्ड ब्राह्मण संघ’ (डब्ल्यूबीएफ) द्वारा उत्तराखंड सदन चाणक्यपुरी में 28 जनवरी को संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित के सी पांडे की अध्यक्षता तथा वाइस चेयरमैन पं.आर एस गोस्वामी, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) पं.विनोद पांडे, राष्ट्रीय महासचिव पं.के एन प्रकाश शर्मा, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष पं.अंबर स्वामी, राष्ट्रीय युवा इकाई महासचिव पं.मनोज गौतम, अध्यक्ष दिल्ली प्रदेश पं.बलबीर शर्मा तथा देश के विभिन्न राज्यों के संगठन से जुड़े पदाधिकारियों व स्थानीय इकाई पदाधिकारियों व सदस्यों की उपस्थिति में संगठन की अति महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। वैश्विक व राष्ट्रीय फलक पर संगठन को मजबूत करने व नई दिशा देने के लिए आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से कोर कमेटी व विभिन्न राज्य इकाइयों द्वारा लिए गए निर्णय के आधार पर डब्ल्यूबीएफ संस्थापक तथा चेयरमैन रहे स्व.पं मांगे राम शर्मा (बाबू जी) के गो लोक गमन करने के बाद उनके पुत्र पं.शशिकांत शर्मा को सर्वसम्मति से संगठन का नया चेयरमैन निर्वाचित किया गया। उक्त घोषणा कोर कमेटी सदस्य डॉ.राधे श्याम शर्मा (पूर्व कुलाधिपति दून विश्व विद्यालय, गुरु जम्भेश्वर तथा चौधरी देवी लाल विश्व विद्यालय क्रमश: हिसार एव सिरसा) द्वारा की गई।
आयोजन के इस अवसर पर संगठन से विगत तीस वर्षो से आत्मिक रूप से जुड़े रहे पूर्व वाइस चेयरमैन आर एस गोस्वामी द्वारा संगठन में बदलाव व मजबूती लाने हेतु उक्त पद से हट कर संगठन के लिए निस्वार्थ भाव काम करने का संकल्प लेकर त्याग पत्र दिया गया, उनके स्थान पर विगत तीन दशकों से संघ के लिए निष्ठा पूर्वक कार्य कर रहे पंडित सुखवीर शर्मा को संगठन का नया वाइस चेयरमैन उपस्थित संगठन पदाधिकारियों की सर्वसम्मति पर कोर कमेटी सदस्य डॉ.राधे श्याम शर्मा द्वारा घोषित किया गया। सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय के आधार पर संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित के सी पांडे का कार्यकाल आगामी एक वर्ष तक तथा सभी राष्ट्रीय, राज्य व वैश्विक फलक पर पदस्थ पदाधिकारियों के पद यथावत रखने का फैसला सर्वसम्मति से लिया गया।
आयोजित बैठक शुभारम्भ में फैडरेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित के सी पांडे द्वारा देश के विभिन्न राज्यों से उपस्थित सभी डब्ल्यूबीएफ पदाधिकारियों व अन्य राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों व सदस्यों का स्वागत अभिनंदन कर व्यक्त किया गया, फैडरेशन की आयोजित बैठक पहली बार डब्ल्यूबीएफ संस्थापक तथा चेयरमैन रहे स्व.पं मांगे राम शर्मा (बाबू जी) के गो लोक गमन करने के बाद आयोजित की जा रही है। बाबू जी की कमी खल रही है। आयोजित बैठक के इस अवसर पर डब्ल्यूबीएफ संस्थापक तथा चेयरमैन रहे स्व.पंडित मांगे राम शर्मा (बाबू जी) व वाइस चेयरमैन पं.आर एस गोस्वामी की माता जी के विगत दिनों स्वर्गवास होने पर पवित्र आत्माओं की शांति हेतु दो मिनट का मौन रखा गया।
देश के विभिन्न राज्य पदाधिकारियों द्वारा नव निर्वाचित चेयरमैन व वाइस चेयरमैन तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सम्मान स्वरूप अंगवस्त्र ओढ़ा कर, पगड़ी पहनाकर, पुष्प गुच्छ भेंट कर तथा तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत अभिनंदन कर उपयुक्त सीटों पर पदासीन कर हर्ष व्यक्त किया गया।
आयोजित बैठक में संघ पदाधिकारियों द्वारा संगठन को राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर निष्ठा पूर्वक मजबूत करने व एक नई ऊर्जावान दिशा देने हेतु विचार व्यक्त किए गए। कहा गया, विश्व ब्राह्मण संघ समाज के लोगों द्वारा स्वार्थ रहित सेवा करने के लिए बनाई गई एक संस्था है। हम सबको अपने समाज से निष्ठा पूर्वक जुड़ना होगा, राजनीति से सन्यास लेना होगा, अपने समाज के निरन्तर उत्थान व देश हित में त्याग करना होगा। बाबू जी संगठन हित में जो दिशा प्रदान कर के गए हैं उस पथ पर निरंतर निष्ठा पूर्वक अग्रसर रह कर समाज हित में कार्य करने होंगे। आयोजित बैठको, प्रकाशित पोस्टरों, बैनरों इत्यादि में स्मरण हेतु बाबू जी के नाम व चित्र को प्रमुखता देनी होगी। बाबू जी द्वारा आजीवन समाज हित में किए कार्यो को प्रेरणा स्वरूप महत्व देकर भविष्य की पीढ़ी का ज्ञान वर्धन करना होगा। संगठन की कार्यक्षमता व कार्य क्षेत्र बढ़ाने के लिए हर स्तर पर पदाधिकारियों व प्रवक्ताओं की संख्या में वृद्धि व उनके कार्य क्षेत्र का बटवारा करना होगा।
ब्राह्मण वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, विगत दशकों मे देश के लगभग प्रांतो व विदेशों में अनगिन बैठके आयोजित हुई हैं। आज जिन परिस्थियों मे फैडरेशन की बैठक आयोजित की जा रही है, गंभीरता से चिंतन करने का विषय है। ब्राह्मणों की क्या गति हो रही है, प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। ब्राह्मण कभी हारा नहीं, न हीं पछाडा जा सकता है, क्योकि उसके पास वेदों का ज्ञान है। चुनौतियों को गहराई से समझना होगा, उनसे पार पाना होगा।
प्रबुद्ध ब्राह्मण वक्ताओ द्वारा अवगत कराया गया, वर्ल्ड ब्राह्मण संघ (डब्ल्यूबीएफ) संस्थापक व चेयरमैन रहे स्व.पंडित मांगे राम शर्मा (बाबू जी) के अथक प्रयासो से वर्ष 2000 यूएसए मे विश्व ब्राह्मण संघ की स्थापना के बाद से समय-समय पर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय फलक पर संगठन की मजबूती के लिए आयोजन किए जाते रहे। वर्ष 2005 लंदन, 2007 अमेरिका तथा बाद के वर्षो मौरिशस में सेंकडो ब्राह्मणों की उपस्थिति में प्रभावशाली आयोजन आयोजित किए गए। अमेरिकी संसद में भी डब्ल्यूबीएफ की गूंज उठी थी। भारत मे आयोजन समय-समय पर अटल विहारी बाजपेई व शीला दीक्षित तथा अन्य अनेकों सभ्रांत ब्राह्मणों की उपस्थिति के मध्य स्व.बाबू जी की प्रेरणा से आयोजित होते रहे थे। भविष्य में आयोजनों का यह क्रम समाज उत्थान हेतु बना रहे, चाहत रहेगी।
वक्ताओ द्वारा अवगत कराया गया, वर्तमान मे देश के 23 प्रांतों मे वर्ल्ड ब्राह्मण फैडरेशन (डब्ल्यूबीएफ) से जुडे पंडितों सहित महिला विंग द्वारा भी संगठित होकर संगठन के लिए काम किया जा रहा है। ब्राह्मण युवा बडे स्तर पर संगठन से जुडते चले जा रहे हैं, संगठन को बल मिल रहा है जिसे समाज हित में शुभ संकेत कहा जा सकता है।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, ब्राह्मणों के मध्य कोई गोत्र नहीं, सब ब्राह्मण हैं। सब एक ऋषि की संतान हैं। महामना मदन मोहन मालवीय द्वारा पहली ब्राह्मण सभा बनाई गई थी। ब्राह्मणों के अंदर आगे आने की आग होनी चाहिये। ब्राह्मणों ने दुनिया के लिए बहुत कुछ किया है। ब्राह्मणों का कोई बहुसूत्री कार्यक्रम नहीं है, आज ब्राह्मणों को अपने स्वयं व अपने समाज के लिए काम करने व चिंता करने की जरूरत आ पडी है।
व्यक्त किया गया, आज समय की मांग है, सब ब्राह्मण अपने समाज के जरूरत मंद व अभावग्रस्तो की मदद करे। पद से बड़ा कद है। ब्राह्मण जनों की विचारधारा अलग-अलग हो सकती है, ब्राह्मणों को इकठ्ठा कर ताकत दिखाना भी समय की मांग बन गई है। स्वाभिमान की लडाई है। जिसकी जितनी बडी संख्या उसका उतना बड़ा सम्मान, यह एक सोच बन गई है। अन्य वर्गो से ज्यादा वंछित आज ब्राह्मण समाज है। आजतक ब्राह्मणों को सभी राजनैतिक दलों द्वारा यूज किया गया है, काम व लाभकारी योजनाऐ बनाई हैं तो समाज के अन्य वर्गो के लिए। आज ब्राह्मण अपने हक के लिए जो चुनोतीपूर्ण संघर्ष कर रहा है, यह सब आने वाली पीढी के लिए है। ब्राह्मण जन इस बात को समझ, इकठ्ठा हों। उद्देश्य के साथ संगठन के लिए काम करना आवश्यक है वर्ल्ड ब्राह्मण संघ (डब्ल्यूबीएफ) बड़ा है तो जिम्मेवारिया भी बडी हैं।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, ब्राह्मणों को अपने ब्राह्मण होने पर गर्व होना चाहिए। आने वाली पीढ़ी को ब्राह्मणों के महत्व व प्रत्येक युग में ब्राह्मणों के ज्ञान व शिक्षा के बल समाज के विभिन्न वर्गो को मिली सफलता, समरसता व सिद्धि को बताना परमावश्यक है। व्यक्त किया गया, किसी भी व्यवसाय में विद्या ज्ञान सबसे बड़ा है, जो ब्राह्मणों के पास है। धर्म, संस्कृति, कला, साहित्य, विज्ञान एव प्रोद्योगिकी, राजनीति तथा शिक्षा के क्षेत्र में ब्राह्मणों का अमिट योगदान रहा है। बदलते परिवेश में कैसे ब्राह्मण समाज अपने सांस्कृतिक मूल्यों में बदलाव करे, यह चुनौती है। ब्राह्मण मतलब ज्ञान देने वाला। इस परिपाठी को जिंदा रखना होगा। ज्ञान के आधार पर अपने आप को स्थापित रखा जा सकता है।
वक्ताओं द्वारा कहा गया, नव निर्वाचित विश्व ब्राह्मण संघ चेयरमैन पंडित शशिकांत शर्मा युवा हैं, बाबू जी की अंतिम सांस तक आपने उनकी सेवा की है। संगठन व समाज के क्रिया कलापों का पूर्ण ज्ञान रखने के साथ-साथ संगठन को मजबूत करने व नई दिशा देने का माजा रखते हैं। राष्ट्रीय व वैश्विक फलक पर संगठन से जुड़े लाखों ब्राह्मणों को आपकी बुद्धिमता, ज्ञान व सद्भावना पर पूरा भरोसा है, बड़ी संख्या में ब्राह्मण आपके साथ हैं। कंधे से कन्धा मिला कर संगठन को मजबूत करने के लिए खड़े हैं।
नव निर्वाचित चेयरमैन पंडित शशिकांत शर्मा व वाइस चेयरमैन पंडित सुखवीर शर्मा द्वारा सभी उपस्थित व वक्ता ब्राह्मणों का आभार व्यक्त कर कहा गया, सभी संगठन इकाइयों को आपसी मतभेद भुला कर बाबू जी की चाहत व सोच को कर्तव्यनिष्ठ होकर पूर्ण करना होगा। पद के बगैर भी बहुत कुछ किया जा सकता है। सद्भावना जरुरी है। ब्राह्मणों का आदिकाल से सर्व समाज हित में चिंतन मनन रहा है, सद्भावना बनीं रहे। तेईस प्रदेशों व वैश्विक फलक विभिन देशों में संगठन की गतिविधियां चलायमान हैं, सामूहिक रूप से मिल बैठ कर निर्णय लिए जाते रहे हैं, भविष्य में भी यह क्रम जारी रहेगा। पंचायत स्तर से राष्ट्रीय व वैश्विक स्तर तक अपने समाज का उत्थान करना समय की मांग है। कठिन से सरलता की ओर बढ़ना नितांत आवश्यक है। इस चुनौती भरे समय में तेजी से धरातल पर समाज का निरन्तर उत्थान हो, उक्त सोच पर कार्य करना अति आवश्यक है। संगठन की मजबूती हेतु भविष्य की कार्ययोजनाओं पर भी नव निर्वाचित चेयरमैन व वाइस चेयरमैन द्वारा स-विस्तार प्रभावशाली रूप में प्रकाश डाला गया।
विश्व ब्राह्मण संघ द्वारा आयोजित इस महत्त्वपूर्ण बैठक के अवसर पर फैडरेशन की देश भर की विभिन्न राज्य ईकाइयो व स्थानीय इकाइयों के अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों में प्रमुख पंडितो में राकेश गोस्वामी, जिले सिंह बिचोलिया, सुरेंद्र शर्मा, प्रहलाद शर्मा, पी के भारद्वाज, चंद्र प्रकाश, राव साहिब, रमेश जोशी, गोपाल शर्मा, मनोज शर्मा, बालकिशन, सिद्धार्थ भारद्वाज, आदित्य जुयाल, अनिल शर्मा, नीरज गौड, पवन मैठानी, चमन लाल इत्यादि इत्यादि की मुख्य रूप से गरिमामय उपस्थिति रही। आयोजित बैठक में उत्साही पंडितों द्वारा समय-समय पर-
‘भगवान परशुराम की जय’।
धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो… विश्व का कल्याण हो…।
‘जो ब्राह्मण का सम्मान करेगा, वो देश मे राज करेगा’ का उद्दघोष किया जाता रहा।
आयोजित बैठक समापन की घोषणा संगठन राष्ट्रीय महामंत्री पंडित विनोद पांडे द्वारा नव निर्वाचित चेयरमैन, वाइस चेयरमैन तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष को बधाई प्रेषित करने व सभी राज्य व स्थानीय इकाई प्रमुखों व सदस्यों की महत्त्वपूर्ण बैठक में सम्मिलित होने व बैठक पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के सी पांडे द्वारा उत्तराखंड सदन भोजनालय में ‘माघे-शरान्नम महापुण्यम’ के तहत बैठक में उपास्थित ब्राह्मणों को उत्तराखंड के पकवान व विशेष रूप से माह माघ के प्रमुख भोज खिचड़ी परोसे जाने पर धन्यवाद करने के साथ संगठन राष्ट्रीय अध्यक्ष की अनुमति से आयोजित बैठक समाप्ति की घोषणा की गई।
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