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एसबीआई ने “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के समर्थन की दिशा में एक बड़ी पहल की है

 

दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक ने देश की स्टार्ट-अप कंपनियों के लिए गुरुग्राम में अपनी तीसरी विशेषीकृत शाखा का उद्घाटन किया ताकि स्टार्ट-अप कंपनियों को सहयोग एवं अपेक्षित सभी बैंकिंग सेवाएं एक ही जगह से उपलब्ध करायी जा सके।

बैंगलोर और मुंबई के बाद गुरुग्राम देश में तीसरा सबसे अधिक यूनिकॉर्न वाला शहर है।

इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष दिनेश खारा ने कहा कि इस शाखा का प्राथमिक उद्देश्य स्टार्टअप कंपनियों को इकाई के गठन से लेकर कंपनियों के आईपीओ और एफपीओ तक की यात्रा के हर चरण में शुरू से अंत तक सहायता प्रदान करना है।

स्टार्ट-अप कंपनियों के लिए नियमित बैंकिंग सेवाओं के अलावा, शाखा बैंक की अनुषंगियों के माध्यम से निवेश बैंकिंग, ट्रेजरी / विदेशी मुद्रा, सलाहकार और अन्य सहायक वित्तीय सेवाएं प्रदान करने में वन स्टॉप शॉप के रूप में भी कार्य करेगी।

स्टार्ट-अप कंपनियों के अलावा, बैंक का निजी इक्विटी (पीई), उद्यम पूंजी (वीसी) और वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) की आवश्यकताओं को भी पूरा करने का विचार है।

गुरुग्राम की अवस्थिति का लाभ उठाते हुए, स्टार्टअप शाखा ने आईआईटी-दिल्ली में फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एण्ड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी), पूसा-कृषि (आईसीएआर-आईएआरआई), आईआईटी-रुड़की में प्रौद्योगिकी इनक्यूबेशन और उद्यमिता विकास सोसाइटी (टीआईईडीएस), इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में एमईआईटीवाई स्टार्टअप हब के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। यह उद्यम के विभिन्न वित्तीय पहलुओं को नेविगेट करने में सहायता करने के उद्देश्य से मान्यता प्राप्त स्टार्ट-अप से जुडने में मददगार साबित होगा।

तीसरी स्टार्टअप शाखा शुरू करने के साथ, देश के अन्य केंद्रों पर कई और शाखाएं को भी कतार में रखते हुए एसबीआई ने भारत सरकार के “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के समर्थन की दिशा में एक बड़ी पहल की है।

 

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