गंगा के बहाव को निरंतर बनाये रखने की दिशा में कार्य कर रहे हैं—–जी अशोक कुमार
दिल्ली।राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा “8वेंइग्नाइटिंग यंग माइंड्स, रिजुवेनेटिंग रिवर” वेबिनार का ‘वनीकरण’ विषय पर आयोजन किया गया। यह आयोजन गंगा कायाकल्प के महत्वपूर्ण मुद्दे पर युवाओं से जुड़ने के उद्देश्य से किया जाता है।
सत्र की अध्यक्षता राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी.अशोक कुमार ने की। वेबिनार के पैनलिस्टों में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के श्री संदीप बेहड़ा, श्रीधर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर कमांडर डॉ भूषण दीवान,उत्तरांचल यूनिवर्सिटी देहरादून के वाइस चांसलर प्रोफेसर धरम बुद्धि, आईईएसयूनिवर्सिटी भोपाल के वाइस चांसलर डॉ सुदेश कुमार सोहानी और महाराजा अग्रसेन हिमालयन गढ़वाल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ नन्द किशोर सिन्हा शामिल रहे।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के महानिदेशक जी. अशोक कुमार ने मुख्य भाषण देते हुए नमामि गंगे कार्यक्रम का अवलोकन किया और एक बेसिन लेवल अप्रोच को अपनाकर निर्मल गंगा और अविरल गंगा के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के बारे में बताया।उन्होंने कहा की इस वक़्त हम मुख्य रूप से 3 बिंदुओं पर फोकस कर रहे हैं। जिसमें सबसे पहले अविरल धारा है, जिसके अंतर्गत हम गंगा के बहाव को निरंतर बनाये रखने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। वहीं गंगा की निर्मलता को बनाये रखने के लिए हमने सीवेज से जुड़े 161 प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू किया था। जिसमेंसे 78पर काम पूरा हो चुका है और बाकी के प्रोजेक्ट पूरे होने के विभिन्न चरणों में हैं।श्री कुमार ने कहा कि नमामि गंगे कार्यक्रम के इस घटक से जैव विविधता संरक्षण और वनरोपण भी जुड़ा हुआ है और इन दोनों पहलुओं पर केंद्रित गतिविधियां की जा रही हैं।