अपनी भोली -भाषा गीत, खान-पान को जीवित रखने के लिए इस तरह के आयोजन जरुरी : दिग्मोहन नेगी
जगमोहन डांगी
पौडी । सतपुली के नजदीक द्वारीखाल ब्लॉक के चमोलीसैंण हंस करुणा अस्पताल बनवाने के लिए माता मंगला रावत एवं भोले महाराज को प्रेरित करने वाले नयारघाटी ही नही दिल्ली एनसीआर के प्रमुख समाजसेवी दिग्मोहन नेगी द्वारा 10 नवंबर को पलायन रोकने एवं अपनी भोली -भाषा गीत, खान-पान को जीवित रखने के लिए उतराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर दिग्मोहन नेगी घर पर नेगी निवास स्थान चमोलीसैंण पर “चांठो का गीत’ काठों की कविता कार्याक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें लोक गायक एवं कवि नरेन्द्र सिंह नेगी, मदन डुकलानं, गणेश खुगशाल ‘गणी” ओम बधानी, हरीश जुयाल “कटुज” गिरीश सुंदरियाल, ओमप्रकाश सेमवाल, सन्दीप रावत, राजेश मोहन खंतवाल, आशीष सुंदरियाल, जगमोहन बिष्ट, आदि महान कवि मौजूद होंगे यह नयरघाटी का यह पहला ऐसा कवियों का संगम होगा जो एक साथ सुनने को मिलेगा। वही क्षेत्र में समाज के लिए अपना जीवन खपाने वाले दुसरो के लिए प्रेरणा बने समाजिक सरोकारो वास्ता रखने वाले मोती बाग के कर्मयोगी सांगूडा गांव के किसान विद्यादत्त शर्मा , चकबंदी के प्रेणास्रोत गणेश सिंह गरीब, लघु उद्योगपति समाजसेवी सुंदर सिंह चौहान, पत्रकार अजय रावत अजय, समाजसेवी भाष्कर द्विवेदी जैसे पहाड़ में सामाजिक सरोकारों के लिए सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम पंचायत के नवनिर्वाचित सदस्य भी होंगे साथ इस कार्याक्रम मुख्यथिति संजय शर्मा दरमोड़ा अधिवक्ता दिल्ली हाईकोर्ट एवं अध्यक्ष राष्ट्रीय गौसेवा रक्षामंच उतराखण्ड कार्याक्रम संयोजक दिग्मोहन नेगी होंगे।