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स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी से समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए : डॉ. हर्षवर्धन

नई दिल्ली। देवभूमि चिकित्सा सेवा के 7 वर्ष पूरे होने पर स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी द्वारा नई दिल्ली स्थित अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रुप में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, उत्तराखण्ड की महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबीरानी मौर्य, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, द हंस फाउण्डेशन की संस्थापक माता  मंगला विजय कौशल महाराज, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह कार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल  तथा मुख्य वक्ता के रुप में सह कार्यवाह  सुरेश सोनी मौजूद रहे।
इस मौके पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी देवभूमि उत्तराखण्ड में नि:स्वार्थ भाव से 8 धर्मार्थ अस्पताल चला रही है। पहाड़ जैसे दुर्गम क्षेत्राों में देश के प्रतिष्ठित डॉक्टरों द्वारा पूरी निष्ठा और सर्मपण एवं नि:स्वार्थ भाव से अपनी सेवाएं देना प्रशंसनीय है। उनके इस सेवा भाव से समाज को प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉक्टर को पहले भगवान का दूसरा रुप समझा जाता था लेकिन आजकल यह भावना लोगों में कम होती जा रहा है, हमें लोगों की उस प्राचीन सोच और विश्वास को वापस लाना होगा। डॉ. हर्षवर्धन ने स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी द्वारा संचालित अस्पतालों में केन्द्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग एवं सेवा देने की बात रखी।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री  त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि पहाड़ की विषम भौगोलिक परिस्थितियों में स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन द्वारा बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्तरी, यमुनोत्तरी एवं दूरस्थ क्षेत्राों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध् कराई जा रही हैं जो प्रशंसनीय हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ”देवभूमि चिकित्सा सेवा के सात वर्ष”  पुस्तक का लोकार्पण भी किया तथा स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी में सराहनीय सहयोग देने के लिए एम्स ऋषिकेश को पुरस्कृत किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी की स्थापना का उद्‌देश्य चार धाम यात्राा पर आने वाले तीथयात्रियों एवं स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
द हंस फाउण्डेशन की संस्थापक माता मंगला  ने कहा कि स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी द्वारा द हंस फाउण्डेशन के सहयोग से उत्तराखण्ड के चार धामों में देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों तथा स्थानीय लोगों को आधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि द हंस फाउण्डेशन के सहयोग से स्वामी विवेकानंद हैल्थ मिशन सोसायटी द्वारा उत्तराखण्ड के दूरस्थ क्षेत्रों में 8 अस्पताल संचालित किये जा रहे हैं। माता मंगला  ने कहा कि दर्मावाला, देहरादून में सोसायटी का पहला अस्पताल शुरु किया गया। उसके बाद गंगोत्तरी धाम स्थित मनेरी, यमुनोत्तरी धाम स्थित बड़कोट, केदारनाथ धाम के मार्ग में स्थित नारायण कोटि तथा बदरीनाथ धाम के मार्ग में स्थित पीपलकोटी में स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ अस्पताल शुरु किये गये। इन अस्पतालों के द्वारा देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों तथा स्थानीय लोगों को आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध् कराई जा रही हैं।
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