एसजेवीएन ने मनाया 38वां स्थापना दिवस: अक्षय ऊर्जा और विकास प्रतिबद्धताओं के साथ नए कीर्तिमान की ओर अग्रसर
Amar sandesh शिमला मई।भारत और नेपाल में फैले अपने सभी कार्यालयों और परियोजना स्थलों पर हर्षोल्लास के साथ एसजेवीएन लिमिटेड ने अपना 38वां स्थापना दिवस मनाया। इस अवसर पर कंपनी के कॉर्पोरेट मुख्यालय, शिमला में आयोजित केंद्रीय समारोह की शुरुआत अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) भूपेन्द्र गुप्ता द्वारा ध्वजारोहण के साथ हुई। उनके साथ निदेशक (कार्मिक) अजय कुमार शर्मा भी मंच पर उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में श्री गुप्ता ने बताया कि SJVN निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है और पिछले एक वर्ष में 410 मेगावाट की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं सफलतापूर्वक कमीशन की गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 22 मई, 2025 को राजस्थान में 100 मेगावाट की नवा सौर परियोजना का शिलान्यास स्वयं प्रधानमंत्री द्वारा किया गया, जो कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि एसजेवीएन 1,320 मेगावाट की बक्सर थर्मल पावर परियोजना और 1,000 मेगावाट की बीकानेर सौर परियोजना के समयबद्ध कमीशन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने के लिए निरंतर कार्यरत हैं।”
इस अवसर पर निदेशक (कार्मिक) अजय कुमार शर्मा ने कर्मचारियों और उनके परिवारों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि “एसजेवीएन की सफलता के पीछे हमारी मानव संपदा की निष्ठा और परिश्रम ही मुख्य आधार है।”
समारोह में श्री गुप्ता द्वारा श्री शर्मा एवं विभिन्न विभागाध्यक्षों को उत्कृष्ट नेतृत्व के लिए सम्मानित किया गया। इसके साथ ही ‘एसजेवीएन एम्प्लॉयी वेलनेस स्कीम’ के अंतर्गत 15 कर्मचारियों को ‘हेल्थ चैंपियन’ के रूप में तथा 31 कर्मचारियों को ‘पीपल्स चॉइस – SJVN स्टार अवार्ड्स 2025’ से नवाजा गया।
दिनभर के कार्यक्रम के उपरांत बॉलीवुड कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक संध्या ने समारोह में रंग भर दिए। इस अवसर पर अधिकारियों, कर्मचारियों एवं उनके परिवारों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
एसजेवीएन लिमिटेड, एक मिनी रत्न सार्वजनिक उपक्रम है, जिसकी शुरुआत एक एकल जल विद्युत परियोजना से हुई थी। आज यह कंपनी जल विद्युत, सौर, पवन, और थर्मल ऊर्जा क्षेत्रों में अपनी बहुआयामी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है। वर्तमान में SJVN की कुल स्थापित क्षमता 2,100 मेगावाट से अधिक है और कंपनी का लक्ष्य है कि वर्ष 2040 तक 50,000 मेगावाट की स्थापित क्षमता हासिल की जाए।