रामकथा में हुआ सीता स्वयंवर
श्री कृष्ण मंदिर, गणेश नगर-२, शकरपुर, के प्रांगण में शकरपुर सनातन धर्म सभा (पंजी) के संयोजकता में चल रही चल रही नौ दिवसीय श्रीराम कथा में कथावाचक कथा व्यास साध्वी जानकीसुता कुमारी ने सीता स्वयंवर व विवाह का प्रसंग सुनाया। साध्वी कुमारी जानकीसुता ने कहा कि अगर ईश्वर की भक्ति करते हो, तो उन पर अटूट विश्वास भी रखो। यही विश्वास आपके के जीवन में आने वाली बाधाओं को दूर करेगा। जब हमारे साथ अच्छा होता है, तो हम भगवान को भूल जाते है। मगर जब कुछ बुरा होता है, तो उसके लिए भगवान को दोष देते हैं, लेकिन हमारे जीवन में होने वाली अच्छी व बुरी घटनाओं के पीछे हमारे कर्म होते है। इसलिए जीवन में हमेशा से भगवान का ध्यान करते हुए अच्छे कर्म करने चाहिए। इस अवसर पर स्थानीय बच्चों ने श्री राम लक्ष्मण एवं सीता मैया का रूप धारण करके सीता स्वयंवर की सुन्दर झांकियां प्रस्तुत की। पूरे गणेश नगर में राम बरात भी निकाली गई।
कथा में शकरपुर सनातन धर्म सभा के रामेश्वर तिवारी, इस अवसर पर शकरपुर सनातन धर्म सभा की कार्यकारिणी के प्रधान रामेश्वर तिवारी उपप्रधान आरपी गुप्ता, उप प्रधान जेपी शर्मा , उपाध्यक्ष बीएस नेगी महासचिव श्यामसुंदर रेलन, विजय कुमार शर्मा , मोंटू राय, केके त्यागी, देवेंद्र नेगी, ओमी भारद्वाज, पूर्व प्रधान राज बहादुर पांडेय,रवि पाराशर , घनेन्द्र कुमार, मोंटू राय, कृपा शंकर राय, तथा सह सचिव अशोक शर्मा सहित सैकड़ों भक्तगण मौजूद रहे।