उत्तर प्रदेश में पिछले छह साल में तेजी से बढ़ा है धार्मिक पर्यटनः —- योगी आदित्यनाथ
नयी दिल्ली। महाबीर सिंह (अमर संदेश न्यूज) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां प्रगति मैदान में उत्तर प्रदेश मंडप का उद्घाटन करने के अवसर पर कहा कि पिछले छह वर्षों के दौरान राज्य में धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में जिस तेज रफ्तार से काम हुआ है उससे राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या जो पहले सालभर में तीन करोड़ के आसपास रहा करती थी वह दस गुणा बढ़कर 32 करोड़ तक पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2023 में नये भारत का नया उत्तर प्रदेश दिखाने का प्रयास किया गया है। उत्तर प्रदेश आज सुरक्षा की दृष्टि से, बुनियादी सुविधाओं की दृष्टि से और औद्योगिक निवेश की दृष्टि से लगातार प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है और इससे राज्य में युवाओं के लिये रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं।
श्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पिछले छह साल के दौरान बीमारू राज्य की श्रेणी से उबरने में सफलता प्राप्त की है। ‘‘आज उत्तर प्रदेश राजस्व के लिहाज से अधिशेष वाला राज्य है। कोरोना काल होने के बावजूद राज्य ने अपने निर्यात कारोबार को तीन गुणा बढ़ाने में सफलता हासिल की है।’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) एक ऐसी योजना है जो आज पूरे देश को आत्मनिर्भर और रोजगार सृजन की दिशा में आगे बढ़ा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटीएफ-23 में उत्तर प्रदेश मंडप में राज्य के एक जिला एक उत्पाद के अलावा सड़क, बिजली, रेलवे, हवाईअड्डे जैसी बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में क्या कुछ हो रहा है उसको दिखाने का प्रयास किया गया है। प्रधानमंत्री के ‘वोकल फाॅर लोकल’ के विजन को आगे बढ़ाते हुये उत्तर प्रदेश के नये नये उत्पाद राज्य को बड़ा निर्यात केन्द्र बनाने में मदद कर रहे हैं। इससे नौजवानों के लिये नौकरी के अवसर भी बढ़ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश मंडप आईआईटीएफ के हाॅल नंबर पांच में है जहां राज्य के विभिन्न जिलों से आये कारीगर, उद्यमी और व्यापारी अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं। इसके अलावा नौएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना प्राधिकरण और एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य देखने वाले प्राधिकरण भी अपने अपने कार्यों में हुई प्रगति को यहां प्रदर्शित कर रहे हैं।
राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, हथकरघा एवं वस्त्राद्योग मंत्री श्री राकेश सचान भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश मंडप में 120 उद्यमियों ने स्टाॅल लगाये हैं। राज्य की एक जिला एक उत्पाद योजना लगातार ख्याति प्राप्त कर रही है। राज्य सरकार लगातार उद्यमियों को प्रोत्साहन दे रही है, यही वजह है कि राज्य में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। इस वर्ष शुरू में लखनउ में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 38 लाख करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव मिले, इन प्रस्तावों से राज्य के 1.10 करोड़ नौजवालों के लिये नौकरी के अवसर सृजित होने की संभावना है। इसके अलावा आगामी 30 नवंबर से चार दिसंबर 2023 तक गोरखपुर में भी व्यापार प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। इसके लिये प्रशासन के स्तर पर काम चल रहा है।
42वां आईआईटीएफ 2023 यहां प्रगति मैदान में 14 नवंबर से शुरू हो गया है और 27 नवंबर 2023 तक चलेगा। मेले का उद्घाटन केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सुश्री अनुप्रिया पटेल और श्री सोम प्रकाश ने किया। उन्होंने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला देश की निर्यात क्षमता को दिखाने का अवसर है, प्रयास है। यहां प्रदर्शित उत्पादों के जरिये कारोबार बढ़ाने का अवसर उपलब्ध होता है। ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’ – व्यापार से एकजुट’’ की विषयवस्तु पर आयोजित इस मेले में बिहार और केरल को साझेदार राज्य जबकि दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश को फोकस राज्य का दर्जा दिया गया है।
मेले को 14 से 18 नवंबर तक केवल व्यापार के लिये रखा गया है जिसमें वयस्कों का 500 रूपये और बच्चों का 200 और 150 रूपये का टिकट है जबकि 19 से 27 नवंबर तक आम जनता के लिये मेला खुलेगा। इस दौरान वयस्कों के लिये सप्ताहांत और सरकारी अवकाश के दिनों में 150 रूपये और अन्य दिनों में 80 रूपये का टिकट है। वहीं बच्चों के लिये क्रमशः 60 और 40 रूपये का टिकट है। टिकट की बिक्री चुनींदा मेट्रो रेल स्टेशनों पर की जा रही है, हालांकि प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन पर टिकट उपलब्ध नहीं होंगे। वहीं वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग जनों के लिये प्रवेश पूरी तरह से निशुल्क है। उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाना होगा जिससे उनकी आयु की पुष्टि होती हो। इस बार व्यापार मेले का आयोजन पूरी तरह से नवनिर्मित भवनों/हाॅल में हो रहा है। विशाल और भव्य भारत मंडपम के अलावा नवनिर्मित हाॅल नंबर एक से लेकर 12 और 12-ए, हाॅल नंबर 14 में विभिन्न राज्यों, केन्द्रीय प्रतिष्ठानों, कारीगरों और दुनिया के 13 देशों के उत्पाद यहां प्रदर्शित किये जा रहे हैं।
मेले की आयोजक संस्था इंडिया ट्रेट प्रमोशन आर्गनाइजेशन (इटपो) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री प्रदीप सिंह खरोला ने बताया कि 42वें आईआईटीएफ में तीन हजार से अधिक प्रदर्शक भाग ले रहें हैं। भारत मंडपम में जी-20 के आयोजन के बाद अब पहली बार व्यापार मेले का आयोजन हो रहा है। इस बार 1.10.000 वर्ग मीटर क्षेत्र में मेला हो रहा है। मेले के बारे में जानकारी देने के लिये ‘मोबाइल एप्प’ बनाई गई है। अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मिस्र, ईरान, क्रिगिस्तान, नेपाल, ओमान, थाइलैंड, तुर्किये, ट्यूनिशिया, यूएई, वियतनाम सहित कई देश इसमें भाग ले रहे हैं।