आचार्य बालकृष्ण जी से मुलाकात: पूजा बंसल ने साझा किए अनुभव
Amar sandesh दिल्ली। पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और आचार्य आचार्य बालकृष्ण जी से मुलाकात के दौरान प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता व श्री तीर्थम चेरिटेबल ट्रस्ट की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा बंसल बंसल ने अपने विचार साझा किए। यह भेंट न केवल प्रेरणादायक रही बल्कि आयुर्वेद, योग और ध्यान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा का अवसर भी मिला।
उन्होंने साझा किया कि क्षआचार्य बालकृष्ण जी की नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता ने पतंजलि को विश्व स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुलाकात के दौरान पूजा बंसल ने कहा कि “आचार्य बालकृष्ण जी का दृष्टिकोण और मार्गदर्शन न केवल उद्योग जगत बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।”
आयुर्वेद और स्वास्थ्य को जन-जन तक पहुँचाने की रणनीतियाँ,योग और ध्यान को आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा बनाने की पहल,प्राकृतिक चिकित्सा और भारतीय परंपरा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के प्रयास।
पूजा बंसल ने कहा कि “यह मुलाकात मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रही। उनकी सोच और नेतृत्व क्षमता से बहुत कुछ सीखने को मिला। इतने सम्मान और समय देने के लिए मैं आचार्य बालकृष्ण जी और बाबा रामदेव जी की आभारी हूँ।”
यह मुलाकात न केवल व्यक्तिगत स्तर पर प्रेरणा देने वाली रही, बल्कि भारतीय परंपराओं और आधुनिक स्वास्थ्य दृष्टिकोण को जोड़ने का एक सशक्त संदेश भी लेकर आई।
आचार्य बालकृष्ण जी से मुलाकात: पूजा बंसल ने साझा किए अनुभव
हरिद्वार। पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ और आचार्य आचार्य बालकृष्ण जी से मुलाकात के दौरान प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता पूजा बंसल ने अपने विचार साझा किए। यह भेंट न केवल प्रेरणादायक रही बल्कि आयुर्वेद, योग और ध्यान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा का अवसर भी मिला।
उन्होंने साझा किया कि क्षआचार्य बालकृष्ण जी की नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता ने पतंजलि को विश्व स्तर पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुलाकात के दौरान पूजा बंसल ने कहा कि “आचार्य बालकृष्ण जी का दृष्टिकोण और मार्गदर्शन न केवल उद्योग जगत बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।”
आयुर्वेद और स्वास्थ्य को जन-जन तक पहुँचाने की रणनीतियाँ,योग और ध्यान को आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा बनाने की पहल,प्राकृतिक चिकित्सा और भारतीय परंपरा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने के प्रयास।
पूजा बंसल ने कहा कि “यह मुलाकात मेरे लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रही। उनकी सोच और नेतृत्व क्षमता से बहुत कुछ सीखने को मिला। इतने सम्मान और समय देने के लिए मैं आचार्य बालकृष्ण जी और बाबा रामदेव जी की आभारी हूँ।”
यह मुलाकात न केवल व्यक्तिगत स्तर पर प्रेरणा देने वाली रही, बल्कि भारतीय परंपराओं और आधुनिक स्वास्थ्य दृष्टिकोण को जोड़ने का एक सशक्त संदेश भी लेकर आई।