प्रधानमंत्री ने अपने स्वयं के जीवन की घटनाओं के माध्यम से विद्यार्थियों में नए जोश का संचार किया :निशंक
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। श्री निशंक ने कहा कि यह देश का ऐसा पहला कार्यक्रम है, जिसमें देश के प्रधानमंत्री सीधे बच्चों से संवाद करते हैं और उनके सवालों का जवाब देते हैं। इस वर्ष परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का यह तीसरा संस्करण था और इस कार्यक्रम की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना ढाई गुना से अधिक विद्यार्थियों ने इस कार्यक्रम के लिए अपना पंजीकरण करवाया था। उन्होंने आगे कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से न सिर्फ विद्यार्थियों को बल्कि उनके अभिभावकों और शिक्षकों को भी बहुत लाभ प्राप्त हुआ है।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि विद्यार्थियों के लिए मार्गदर्शक बनने के लिए हम प्रधानमंत्री के आभारी हैं। प्रधानमंत्री परीक्षा पे चर्चा के दौरान छात्र-छात्राओं से एक प्रधानमंत्री के रूप में नहीं बल्कि एक दोस्त की तरह मिले और परीक्षा के समय तनावमुक्त रहने के अमूल्य सुझाव दिए। प्रधानमंत्री ने अपने स्वयं के जीवन की घटनाओं के माध्यम से विद्यार्थियों में नए जोश का संचार किया। प्रधानमंत्री जी ने विद्यार्थियों को और उनके अभिभावकों को परीक्षा के अनावश्यक दबाव से बचने को कहा एवं सलाह देते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में नम्बरों पर ध्यान ना देकर क्षमता विकास पर ध्यान देने की ज्यादा आवश्यकता है। श्री निशंक ने आशा जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए मार्गदर्शन से विद्यार्थियों को न केवल बोर्ड परीक्षाओं संबंधित तनाव से मुक्ति मिलेगी बल्कि वे भविष्य में आने वाली जीवन की तमाम चुनौतियों का भी सफलतापूर्वक मुकाबला कर पाएंगे।
केंद्रीय मंत्री ने खुशी जताते हुए कहा कि परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से भारत के करोड़ों विद्यार्थी, शिक्षक एवं अभिभावक सीधे प्रसारण द्वारा जुड़े। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ना केवल भारत के अपितु सीबीएसई बोर्ड में अध्ययनरत जापान, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, नेपाल और तंजानिया जैसे 25 देशों में पढ़ रहे हजारों विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों ने भी इस कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा। श्री निशंक ने उम्मीद जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की बातों को अमल में लाने से सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को निश्चित रूप में लाभ प्राप्त होगा। श्री निशंक ने विश्वास जताते हुए कहा कि जिस तरह इस कार्यक्रम के माध्यम से भारत और 25 विभिन्न देशों से जुड़ें करोड़ों विद्यार्थियों में एक नई ऊर्जा, उत्साह और आत्मविश्वास का संचार हुआ है, यह हमारे बच्चों को प्रतिस्पर्धा के युग में अपने श्रेष्ठ प्रदर्शन करने की प्रेरणा देगा।