ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग को मिली मजबूती – पीएलआई योजना के तहत 246.21 करोड़ रुपये वितरित
Report by: Amarchand
नई दिल्ली – भारत सरकार द्वारा ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट उद्योग के लिए शुरू की गई उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन योजना (PLI-ऑटो स्कीम) देश के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रही है। इस योजना का कुल परिव्यय ₹25,938 करोड़ है, जो विशेष रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों और एडवांस्ड ऑटो तकनीक को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान, इस योजना के तहत चार कंपनियों द्वारा ₹322.12 करोड़ के प्रोत्साहन दावे प्रस्तुत किए गए, जिनमें से दो कंपनियों को फरवरी 2025 तक ₹246.21 करोड़ वितरित किए जा चुके हैं।
पीएलआई योजना की प्रमुख विशेषताएं:
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प्रोत्साहन आधार वर्ष (FY 2019-20) की तुलना में वृद्धिशील पात्र बिक्री पर आधारित है।
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ईवी और एडवांस ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी के उत्पादन को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान।
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31 दिसंबर 2024 तक इलेक्ट्रिक वाहनों की संचयी निर्धारित बिक्री ₹14,657 करोड़ तक पहुँच चुकी है।
यह जानकारी राज्यसभा में इस्पात एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री श्री भूपतिराजू श्रीनिवास वर्मा द्वारा एक लिखित उत्तर में साझा की गई।
सरकार की मंशा:
भारत सरकार का उद्देश्य है कि देश को ईवी विनिर्माण और ऑटोमोबाइल निर्यात में वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाया जाए। यह योजना मेक इन इंडिया, हरित ऊर्जा और नवाचार को बढ़ावा देने के साथ-साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा कर रही है।
पीएलआई-ऑटो योजना भारतीय उद्योगों को आत्मनिर्भर बनाने, तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करने और पर्यावरण अनुकूल परिवहन को आगे बढ़ाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है।