माँ अपने बेटे को भीड़ में जाने से मना कर रही है और कोरोना से बचने का संदेश दे रही है- भारद्वाज
देश वैश्विक महामारी को हर संभव हराने का प्रयास कर रहा है सरकार व प्रशासन हर संभव प्रयास कर रही है कि शीघ्र इस महामारी से देश सहित विश्व को निजात मिल जाए ।कोरोना योद्धा रात दिन एक कर के जनमानस की सेवा में जुटे हुए हैं ,हर कोई अपने अपने स्तर पर जरूरतमंदों की मदद भी कर रहे हैं ।देश में सभी लोग लॉक डाउन पालन करते हुए सरकार और प्रशासन की अपील पर अमल कर रहे है। उत्तराखंड के लोक गायक भी अपने गीतों के माध्यम से सोशल दूरी बनाने के लिए और इस महामारी से बचने का संदेश देकर जनमानस में जागरूकता लाने में लगे हुए हैं। उत्तराखंड के लोक गायक वलेखक रमेश भारद्धाज ने अमर संदेश को बताया कि वह भी अपने स्तर पर अपने आस पड़ोस में लोगों को जागरूक कर इस बीमारी से बचने के लिए संदेश दे रहे हैं ।उन्होंने एक गीत की रचना कर,यह गीत गढ़वाली में है, इस गीत के बोल एक माँ अपने बच्चों के लिए चिंतित है वह बेटे से प्रदेश में भीड़-भाड़ से बचने व कोरोना नाम की जो बीमारी आई है ,उससे बचने के लिये कह रही है, पहाड़ में रह रही मांँ का दर्द लोक गायक रमेश भारद्वाज ने अपने स्वरों गाकर ,मां की पीड़ा को जन-जन तक पहुंचा कर या संदेश भी दिया कि अपने घरों में रहे और सुरक्षित रहें। लोगगायक रमेश भारद्वाज ने सभी देशवासियों से अपील की, अपने आस पड़ोस में साफ सफाई का ध्यान रखें सोशल दूरी बनाकर जरूरतमंदों की मदद जरूर करें ।उन्होंने कहा हमारी सरकार व प्रशासन हम सब मिलकर इस बीमारी से शीघ्र निजात पाएंगे।