मनीबॉक्स फाइनेंस ने संदीपन ठाकुर को कलेक्शंस हेड नियुक्त किया
Amar sandesh दिल्ली।– सूक्ष्म और लघु उद्यमों को underserved क्षेत्रों में ऋण सुविधा प्रदान करने वाले BSE-सूचीबद्ध एनबीएफसी मनीबॉक्स फाइनेंस ने संदीपन ठाकुर को कलेक्शंस हेड के रूप में नियुक्त किया है। इस भूमिका में वे कंपनी के अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विस्तृत ग्राहक आधार के लिए मजबूत कलेक्शन रणनीतियों को डिज़ाइन, अनुकूलित और निष्पादित करने की ज़िम्मेदारी निभाएंगे।
संदीपन ठाकुर को डेब्ट और रिसीवेबल मैनेजमेंट, कानूनी और मुकदमेबाज़ी, प्रक्रिया और परिचालन जोखिम प्रबंधन में 23 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने हीरानंदानी फाइनेंशियल सर्विसेज प्रा. लि., आरबीएल फिनसर्व लि., एसएमएफजी इंडिया (पूर्व में फुलर्टन इंडिया क्रेडिट को. लि.), सिटी फाइनेंशियल सहित कई संस्थानों में नेतृत्व की भूमिकाएं निभाई हैं।
कंपनी में उनका स्वागत करते हुए मनीबॉक्स फाइनेंस के सह-संस्थापक श्री दीपक अग्रवाल ने कहा: “हम संदीपन ठाकुर को हमारी नेतृत्व टीम में शामिल कर प्रसन्न हैं। कलेक्शन रणनीति, मुकदमेबाज़ी और परिचालन जोखिम में उनका गहरा अनुभव हमारे पोर्टफोलियो को सुदृढ़ करने और टिकाऊ विस्तार में सहायक होगा।”
अपनी नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री संदीपन ठाकुर ने कहा, “मनीबॉक्स फाइनेंस की वित्तीय समावेशन और ग्रामीण उद्यमिता को सशक्त बनाने की प्रतिबद्धता से जुड़कर मैं उत्साहित हूं। संगठन की मिशन-प्रधान संस्कृति और प्रभावशाली ऋण समाधानों की दिशा में समर्पण प्रेरणादायक है। मैं ऐसी मजबूत, फिजिटल कलेक्शन रणनीतियों को लागू करने को लेकर तत्पर हूं जो दक्षता के साथ ग्राहकों को सहायक अनुभव प्रदान करें।”
यह नियुक्ति कंपनी की तेज़ व्यावसायिक वृद्धि के दौर में हुई है, जहां Q3 FY25 में कंपनी ने वर्ष-दर-वर्ष 56% AUM वृद्धि दर्ज की है और अब यह 12 राज्यों में 160+ शाखाओं का नेटवर्क बना चुकी है।
कंपनी के बारे में: मनीबॉक्स फाइनेंस लिमिटेड एक BSE-सूचीबद्ध, नॉन-डिपॉजिट लेने वाली, बेस-लेयर एनबीएफसी है जो ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत में सूक्ष्म उद्यमों को छोटे व्यवसाय ऋण प्रदान करती है। कंपनी का 12 राज्यों (राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, गुजरात, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु) में 163 शाखाओं का नेटवर्क है। यह पशुपालन, किराना, खुदरा व्यापारी, सूक्ष्म एवं लघु निर्माता जैसे आवश्यक क्षेत्रों के सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों को ₹1 लाख से ₹10 लाख तक के सुरक्षित और असुरक्षित व्यवसायिक ऋण प्रदान करती है।