मनोज तिवारी ने छठ जागरूकता यात्रा के तहत नरेला में की छठ व्रतियों के साथ सभा जाना छठ समितियों से उनका विचार
दिल्ली।भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने अपनी “छठ यात्रा” को छठ जागरूकता व धन्यवाद यात्रा में तब्दील करते हुये के आज नरेला के स्वतंत्र नगर में आये।सभा में मौजूद छठ समितियों के पदाधिकारी और छठ व्रतियों से सार्वजनिक रूप से छठ पूजा करने पर उनकी राय जानी और पूजा के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की शपथ दिलाई।इस अवसर पर सांसद मनोज तिवारी के अलावा भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के नीलकमल खत्री, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मनीष सिंह ,दीपक अजय सिह सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे
इस अवसर पर मौजूद छठ पूजा में आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं छठ सेवा समितियों के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि छठ व्रतियों के दबाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झुकना पड़ा।
उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर छठ पूजा की छूट देने की बात स्वीकार ली है और उन्होंने अपने पत्र में विभिन्न राज्यों को नामांकित कर कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए छठ पूजा की अनुमति देने का जिक्र भी किया है इससे साफ जाहिर होता है की छठ पूजा पर प्रतिबंध के आदेश में एक सोची समझी साजिश की बू भी है और उसके पीछे की मंशा और नियत भी साफ नहीं थी।लेकिन छठी मैया के प्रति आस्था और पूर्वांचल की एकता के आईने में उन्हें उनकी बदसूरत तस्वीर जल्दी नजर आ गई।खैर बड़ा दिल दिखाते हुये तिवारी ने मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद दिया और कहा – देर आए दुरुस्त आए ।उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बार-बार पूर्वांचल के स्वाभिमान और सम्मान को ठेस पहुंचाने का कोई अवसर नहीं छोड़ा है और हमेशा मेहनतकश पूर्वांचल वासियों के हितों की अनदेखी की है और इसके कई पुष्ट प्रमाण हैं
सांसद मनोज तिवारी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पूर्वांचल वासियों का स्वाभिमान और सम्मान के साथ-साथ दिल्ली से अस्तित्व पर संकट पैदा करना चाहते हैं जिसमें वह कभी कामयाब नहीं होंगे और जब जब वह पूर्वांचल के सम्मान को ठेस पहुंच आएंगे पूर्वांचल की एकता उन्हें अपने अस्तित्व का एहसास कराएगी यह पूर्वांचल की एकता का ही परिणाम है कि अरविंद केजरीवाल को अपने निर्णय पर यू टर्न लेना पड़ा।लेकिन छठ पूजा पर लगे प्रतिबंध को हटने तक हम अपने स्टैंड पर कायम हैं की छठ पूजा सार्वजनिक होनी चाहिए और सुरक्षित होनी चाहिए।उन्होंने कहा कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों के माध्यम से सभी छठ घाटों पर सफाई का अभियान चलाने से लेकर रास्तों को सुगम बनाने तक की चिंता हमारी लक्ष्य कामना में है।और हर व्रत धारी भगवान भास्कर की सार्वजनिक रूप से छठ घाटों पर पूजा कर सके इसके लिए हम सतत प्रयासरत हैं और अपनी आस्था पूर्वांचल की अस्मिता और स्वाभिमान के लिए हमारी यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी और हम सब मिलकर सार्वजनिक रूप से सुरक्षित छठ पूजा का आयोजन दिल्ली के छठ घाटों पर करेंगे कोरोना प्रोटोकोल का पालन करते हुये करेंगे।
*ये आस्था की विजय है*
सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि आस्था सच्ची होती है तो ज़िद, झूठ और साज़िश को हारना ही पड़ता है.. हमने छठ यात्रा में व्रती माताओं बहनों की करुण पुकार सुनी। उनकी आँखों मे आँसु देखे। अंततः दिल्ली की आप सरकार को झुकना पड़ा।चाहें पूर्वांचल एकता के दबाव में या छठ मैया के प्रभाव मे, हम प्रसन्नता से स्वागत करते हैं और धन्यवाद करते हैं सभी छठ समीतियों को, समाज के वरिष्ठों का जिन्होंने हमारे स्वर में स्वर मिलाया। सभी लोग कोरोना प्रोटोकोल का पालन करते हुये छठ की तैयारी करें।