सिंहस्थ 2027 के लिए रेलवे की बड़ी तैयारी शुरू – तीर्थयात्रियों के लिए बेहतर सुविधाएं और विशेष रेलगाड़ियां होंगी संचालित
Amar sandesh नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने 2027 में नासिक-त्र्यंबकेश्वर में आयोजित होने वाले सिंहस्थ महापर्व के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर इस आयोजन में तीर्थयात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए रेलवे ने बुनियादी ढांचे के विकास और यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
इस संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और राज्य मंत्री श्री रवनीत सिंह बिट्टू ने रेल अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक, भुसावल डिवीजन के डीआरएम और रेलवे बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
तीर्थ क्षेत्र से संपर्क को मिलेगा विस्तार
रेल मंत्रालय का उद्देश्य नासिक सिंहस्थ 2027 में आने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही को सरल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है। इसके लिए रेलवे द्वारा स्टेशनों के आधुनिकीकरण, प्लेटफॉर्म विस्तार, नई स्टेब्लिंग लाइनें, एफओबी (पैदल पुल), और यात्री सूचना प्रणालियों के उन्नयन की योजना बनाई गई है।
पांच प्रमुख स्टेशन बनेंगे केंद्र
नासिक सिंहस्थ के लिए रेलवे ने नासिक रोड, देवलाली, ओढ़ा, खेरवाड़ी और कसबे-सुकेणे जैसे पांच प्रमुख स्टेशनों को केंद्र में रखकर विकास की कार्ययोजना बनाई है। इन स्टेशनों पर लगभग 1,011 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्माण और सुधार कार्य किए जाएंगे।
नासिक रोड स्टेशन पर प्लेटफार्मों का विस्तार, नया एफओबी, स्टेब्लिंग लाइन और मेला टॉवर का निर्माण होगा।
देवलाली स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफॉर्म, एफओबी, पिट लाइन और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की योजना है।
ओढ़ा स्टेशन पर यार्ड रीमॉडलिंग, नए प्लेटफॉर्म और 5 स्टेब्लिंग लाइनें बनाई जाएंगी।
खेरवाड़ी और कसबे-सुकेणे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म विस्तार, एफओबी और यात्री सुविधाओं का विकास किया जाएगा।
इन सभी स्टेशनों पर शौचालय, जल व्यवस्था, छायादार स्थान, सीसीटीवी सुरक्षा, सर्कुलेटिंग एरिया और संकेत व्यवस्था को उन्नत किया जाएगा। कार्यों को 2 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से 33 कार्य पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं।
विशेष रेलगाड़ियों का संचालन
तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे देश के प्रमुख शहरों से विशेष लंबी दूरी और मेमू ट्रेनें चलाएगा। ये ट्रेनें कामाख्या, हावड़ा, पटना, दिल्ली, जयपुर, बीकानेर, मुंबई, पुणे, नागपुर और नांदेड़ से नासिक को जोड़ेंगी।
एक विशेष सर्किट ट्रेन भी प्रस्तावित है जो त्र्यंबकेश्वर, घृष्णेश्वर और ओंकारेश्वर जैसे तीन प्रमुख ज्योतिर्लिंगों को जोड़ेगी।
यातायात और सुरक्षा के लिए आधुनिक प्रबंध
प्रत्येक स्टेशन पर बड़े होल्डिंग एरिया विकसित किए जा रहे हैं ताकि तीर्थयात्रियों की भीड़ को सुगम ढंग से प्रबंधित किया जा सके। साथ ही, एक केंद्रीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र स्थापित किया जाएगा, जिसमें सीसीटीवी कैमरे और AI आधारित समय-संवेदनशील उपकरण लगाए जाएंगे।
राज्य सरकार के साथ समन्वय
रेल मंत्रालय महाराष्ट्र सरकार के साथ लगातार संपर्क में है। आने वाले समय में मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस के साथ सिंहस्थ तैयारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक भी की जाएगी।
रेल मंत्रालय नासिक सिंहस्थ 2027 को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहा है ताकि देशभर से आने वाले श्रद्धालु सुविधा, सम्मान और सुरक्षा के साथ इस पुण्य पर्व में भाग ले सकें।