Amar sandesh नई दिल्ली, 06 जून ।भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जानकारी साझा करते हुए बताया कि भारत में हरित ऊर्जा संक्रमण के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत विशेष रूप से हरित हाइड्रोजन (Green Hydrogen) एक निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मजबूत कदम उठा रहा है। श्री पुरी ने बताया कि हरित हाइड्रोजन क्षेत्र के सभी चार प्रमुख स्तंभों – उत्पादन, परिवहन, भंडारण और अनुप्रयोग – पर राष्ट्रव्यापी प्रयास किए जा रहे हैं।
4 R&D/प्रदर्शनी संयंत्र पहले ही देश में चालू किए जा चुके हैं, जिनकी स्थापना @IndianOilcl, @gailindia, @HPCL और @BPCLimited ने की है।
9 और संयंत्र निर्माणाधीन हैं, जो अनुसंधान, नवाचार और उत्पादन क्षमता में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।
सार्वजनिक क्षेत्र की रिफाइनरियों द्वारा 42 हज़ार टन प्रति वर्ष (KTPA) के लिए निविदाएँ आमंत्रित की गई हैं, जबकि 128 और निविदाएँ जल्द ही जारी की जाएंगी।
ये सभी पहलें मिलकर लगभग ₹2,00,000 करोड़ के निवेश से क्रियान्वित की जाएंगी।
श्री पुरी ने बताया कि हरित हाइड्रोजन न केवल भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि यह भारत को वैश्विक हरित ऊर्जा नेता के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि यह मिशन “हमारी धरती, हमारा भविष्य” के संकल्प को साकार करने की दिशा में एक ठोस और ऐतिहासिक कदम है।