गढवाल हितैषिणी सभा ने किया अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन
दिल्ली के वसंत कुंज स्थित होस्पिटल इंडियन स्पाइनल इंज्यूरी सेंटर में भर्ती उत्तराखंड की धाविका गरिमा जोशी से मिलने गढ़वाल भवन हितैषिणी सभा के महासचिव पवन मैठाणी एवं भवन से जुड़े अन्य लोग ने मुलाकात की । रानीखेत के चिलियानौला निवासी एथलीट गरिमा जोशी गत वर्ष मई में अभ्यास के दौरान बंगलुरू मे एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गयी थी। जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी थी। तब से लेकर आज तक लगातार उसका उपचार चल रहा है। शुरू में उसके इलाज में 28-29 लाख रुपये लगे। जिसमें से 13 लाख के लगभग उत्तराखंड सरकार ने दिये। बाकी उसके पिता पूर्णचंद्र जोशी ने अपने माध्यम से जुटाये। एक बार पुनः गरिमा की तबियत फिर काफी बिगड़ गयी, दिल्ली स्पाइनल सेंटर ने आपरेशन पर छः लाख के लगभग खर्च बताया, इस बार गरिमा के लिए फरिश्ते बनकर हंस क्लचर सेंटर आगे आया जिसके भोले महाराज व ममतामयी मां माता मंगला ने गरिमा के आपरेशन के लिए 5 लाख 44 हजार 260 रु. दिल्ली स्पाइनल सेंटर में जमा कराये। जिसके कारण अभी तीन-चार दिन पहले गरिमा का आपरेशन हो गया। आज जब अस्पताल में हम गरिमा से मिले तो उसके जीवट व्यक्तित्व को देखकर हम भी आश्चर्यचकित रह गये। उसके अंदर फिर से दौड़ने की तमन्ना है। काफी कुछ खोने के बावजूद उसमें आज भी काफी कुछ पाने के होसले बुलंद हैं। अपने इलाज के दौरान ही उसने अपनी 42 वर्षीय मां को भी खोया। गरिमा के पिता पूर्ण चंद्र जोशी के हौसले की भी दाद देनी होगी, सौ समस्याओं से जुझते हुऐ भी एक ही आश कि गरिमा कब ठीक होगी व कब दौड़ेगी साथ ही दिल्ली की कुछ सामाजिक संस्थाओं व अनेक व्यक्तियों की वे दिल खोलकर प्रशंसा कर रहे थे जिनके कारण आज मेरी बेटी का इलाज संभव हो पा रहा है। हितैषिणी सभा के महासचिव पवन मैठाणी ने बताया कि इसी मदद की कड़ी में हमने भी गढवाल हितैषिणी सभा की ओर से गरिमा के इलाज के लिऐ दस हजार रुपये का एक चैक गरिमा के पिताजी को दिया। साथ ही यथा-संभव और भी मदद का आश्वासन दिया। श्री मैठाणी ने कहा कि इस असवर पर गढवाल हितैषिणी सभा के उपाध्यक्ष व सभा की आर्थिक सहयोग समिति के चैयरमैन नरेन्द्र सिंह नेगी भी मौजूद थे।