“गाँधी संकल्प यात्रा” देश भर के लिए महत्वपूर्ण है:अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ऐतिहासिक रामलीला मैदान (हैदरपुर गाँव, शालीमार बाग) नई दिल्ली से भाजपा के राष्ट्रव्यापी अभियान “गाँधी संकल्प यात्रा” को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर उमड़े विशाल जन-समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के संस्कारों एवं उनके आचरण को जीवन में उतार कर राष्ट्र निर्माण के लिए एकजुट हो जाने का आह्वान किया। ज्ञात हो कि बापू की 150वीं जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी देश भर में 02 अक्टूबर 2019 से 31 अक्टूबर 2019 तक ‘गांधी संकल्प यात्रा’ का आयोजन कर रही है जिसके तहत समाज के सभी वर्गों तक जनसंपर्क, स्वच्छ भारत अभियान, दौर, जन-सभा, स्वदेशी हाट, प्रेस वार्ता और प्रभात फेरी जैसे कई कार्यक्रम होंगे। इन कार्यक्रमों में सभी 3229 सांसद, विधायक, एमएलसी, जिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय/प्रदेश पदाधिकारी शामिल होंगे। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य स्वदेश, स्वराज, स्वावलंबी, खादी और सादगी के सिद्धांतों को बढ़ावा देना है।
श्री शाह ने कहा कि महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती के पावन अवसर पर समग्र राष्ट्र कृतज्ञ भाव से पुण्यात्मा महामानव का स्मरण कर रहा है और उनके दिखाये गए रास्ते पर चलने का व्रत ले रहा है। गाँधी एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जिन्होंने न केवल भारतवर्ष को आजादी दिलाने में प्रभावी भूमिका निभाई, न केवल देश के लिए आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया, न केवल दुनिया को सत्याग्रह का मंत्र दिया, न केवल भारत की भूमि से अहिंसा और शांति का संदेश दिया बल्कि उन्होंने भारतीय संस्कृति के मूल्यों से भी दुनिया को रू-ब-रू कराया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि “गाँधी संकल्प यात्रा” का कार्यक्रम देश भर के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘गाँधी 150′ को सरकारी कार्यक्रम बनाने के बजाय जन-जन का कार्यक्रम बनाया। मैं पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं से अपील करना चाहता हूँ कि यह कार्यक्रम हम सबके लिए नए संकल्प का वर्ष बने, राष्ट्र को आगे ले जाने का वर्ष बने, इसके लिए आप सब एक जुट हो जाएँ। हमारे प्रधानमंत्री ने जन-भागीदारी से पूज्य गाँधी के सिद्धांतों को पुनः प्रतिस्थापित करने का कार्यक्रम इसलिए ही तैयार किया है। श्री शाह ने कहा कि महात्मा गाँधी ने अहिंसा, शांति और सत्याग्रह के माध्यम से ब्रिटिश हुकूमत को झुकने के लिए मजबूर किया और देश के लिए अपने जीवन को समर्पित करते हुए सभी मानवीय मूल्यों को अपने जीवन में उतार कर आदर्श स्थापित किया। पूज्य बापू के विचार और सिद्धांत आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितना कि यह आजादी से पहले था, इसलिए तो यह कहा जाता है कि गाँधी और गाँधी के विचार शास्वत हैं, अटल हैं। उन्होंने कहा कि यह वर्ष महात्मा गाँधी की 150वीं जयंती का वर्ष है। नरेन्द्र मोदी ने पहले गुजरात के मुख्यमंत्री और अब देश के प्रधानमंत्री के रूप में हर क्षण गाँधी जी के सुविचार को चरितार्थ करने का कार्य किया है। बापू हमेशा स्वच्छता के आग्रही रहे। आजादी के बाद शायद ही किसी प्रधानमंत्री ने स्वच्छता को जन आंदोलन बनाते हुए इसे नीचे तक पहुंचाने का इतना बड़ा कार्य किया हो जितना हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं। उन्होंने घर-घर में शौचालय पहुंचाया और स्वच्छता के संस्कार से बच्चे-बच्चे को संस्कृत किया। आज बच्चे बड़े-बुजुर्गों को स्वच्छता का संदेश दे रहे हैं, यह बदलाव हमारे प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से ही संभव हुआ है। स्वच्छ गाँव, स्वच्छ नगर, स्वच्छ शहर और स्वच्छ देश के संकल्प को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चरितार्थ कर दिखाया है। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने जलशक्ति मंत्रालय का गठन किया, नदियों को स्वच्छ बनाने का बीड़ा उठाया, जल संचय और जल संरक्षण के लिए अभियान को मजबूती दी और अब इसके लिए वे जनता में जागृति लाने का काम कर रहे हैं। आज लाखों तालाब पाने से भर गए हैं। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से देश की जनता ने पुरुषार्थ किया और ईश्वर ने भी 25 साल में सबसे अधिक वर्षा के द्वारा हमें आशीर्वाद दिया जिसके कारण आज 50 वर्षों में पहली बार 95% से अधिक जल संचय हुआ है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अब देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का संकल्प लेकर निकले हैं। इसे भी जन आंदोलन बनाने की जिम्मेदारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और देश की जनता की है। सिंगल यूज प्लास्टिक देश, दुनिया और धरती के लिए ख़तरा है। यह जल स्तर को बढ़ने नहीं देता, अन्न को पोषण नहीं मिलने देता और कई प्रकार की बीमारियाँ इसके कारण मिट्टी और पानी में घुलती जाती है जिसका अत्यंत ही बुरा प्रभाव जन-जीवन पर पड़ता है। कहा जाता है कि एक प्लास्टिक की थैली को पिघलने में 400 साल तक लग जाते हैं। गाय को हम माता की तरह पूजते हैं लेकिन यह प्लास्टिक उनके जीवन के लिए भी खतरा है। हमें इसे जन आंदोलन बनाना है। मैं सभी माताओं से भी आग्रह करना चाहता हूँ कि आज गाँधी जयंती के दिन हम संकल्प लें कि हम सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करें बल्कि जूट, कपड़े एवं अन्य दूसरे तरह के थैलों का उपयोग करें और धरती को निर्मल बनाने में अपना योगदान दें। श्री शाह ने कहा कि देश भर में पार्टी कार्यकर्ता 15 दिनों तक‘गाँधी 150′ की याद में 150 किलोमीटर की पदयात्रा कर पूज्य बापू के मूल्यों एवं उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाएंगे और स्वदेश, स्वधर्म, स्वभाषा और खादी अपनाने का भी संदेश देंगे। महात्मा गाँधी ने अपने दर्शन से पूरी दुनिया में व्याप्त समस्याओं के समाधान का रास्ता दिखाया है, लोकतांत्रिक मूल्यों की जड़ों को मजबूत करने का भी काम किया है और ग्राम जीवन को भी पुनर्जीवित किया है। आज भी वे अपने आदर्शों और सिद्धांतों के साथ हम सब के बीच हैं। हम उनके संदेश को गाँव-गाँव, घर-घर पहुंचाएंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हम महात्मा गाँधी के बिना काम का धन, विवेकरहित ख़ुशी, बिना चरित्र के ज्ञान, नैतिकता के बिना व्यापार, त्याग के बिना धर्म, मानवता के बिना विज्ञान और सिद्धांत के बिना राजनीति जैसी बुराइयों के त्याग करने के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएंगे और इसके लिए जनजागरण करेंगे। इस तरह हम इन दूषण और प्रदूषण मुक्त स्वच्छ भारत के निर्माण में आगे बढ़ेंगे। मैं सभी देशवासियों से अपील करना चाहता हूँ कि आइये, एक साथ मिल कर ‘गाँधी 150′ को देश को आगे ले जाने का संकल्प बनाएं। देश का हर व्यक्ति एक संकल्प ले और इसे जीवन पर्यंत निभाएं। उन्होंने कहा कि दिखने में तो एक व्यक्ति एक संकल्प लेगा लेकिन यदि 130 करोड़ देशवासी एक-एक संकल्प लेते हैं तो देश 130 करोड़ कदम आगे बढ़ता है। आइये, हम सब मिल कर बापू के आदर्शों, सिद्धांतों एवं उनके संदेशों को जन-जन तक पहुंचाएं और भारत को विश्वगुरु के पद पर पुनः प्रतिष्ठित करें।