रक्षाबंधन के दिन मेट्रो ने न सिर्फ यात्री संख्या का, बल्कि राजस्व का भी बड़ा रिकॉर्ड बनाया
Amar sandesh दिल्ली।रक्षाबंधन के त्योहार पर दिल्ली मेट्रो ने नया इतिहास रचा। इस दिन मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।
त्योहार की रौनक, बहनों का भाइयों के पास पहुंचने का उत्साह और बारिश के कारण सड़कों पर ट्रैफिक की दिक्कत इन तीन वजहों से दिल्ली मेट्रो लोगों की पहली पसंद बन गई। 8 अगस्त को 81,87,674 यात्राएं दर्ज की गईं, जो मेट्रो के इतिहास में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। इससे पहले, 18 नवंबर 2024 को 78.67 लाख यात्राओं का रिकॉर्ड था।
त्योहार की सुबह से ही मेट्रो स्टेशनों पर चहल-पहल दिखने लगी। राजीव चौक, हौज़ खास और कालकाजी जैसे बड़े इंटरचेंज स्टेशनों पर भारी भीड़ रही। सामान्य दिनों में दोपहर बाद खाली चलने वाली बोगियां इस दिन पूरी तरह भरी हुई थीं। यात्रियों के हाथों में राखियों की थालियां, मिठाइयों के डिब्बे और चेहरे पर मुस्कान — हर डिब्बा त्योहार के रंग में रंगा हुआ था।
भीड़ को संभालने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने 92 अतिरिक्त फेरे चलाए और अगले दिन यह संख्या बढ़ाकर 455 कर दी। स्टेशन और प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई ताकि सभी यात्री सुरक्षित और आरामदायक तरीके से सफर कर सकें।
अनुमानित कमाई का आंकड़ा
दिल्ली मेट्रो का औसत किराया करीब ₹35 से ₹40 के बीच माना जाता है। अगर औसतन ₹37 किराया मानें, तो 8 अगस्त 2025 को हुई 81.87 लाख यात्राओं से लगभग ₹30.3 करोड़ की कमाई हुई होगी।
यह सिर्फ अनुमान है, लेकिन इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि त्योहार के दिन मेट्रो ने न सिर्फ यात्री संख्या का, बल्कि राजस्व का भी बड़ा रिकॉर्ड बनाया।
रक्षाबंधन पर बना यह रिकॉर्ड सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि दिल्ली मेट्रो की विश्वसनीयता, तेज़ी और यात्रियों के भरोसे का प्रमाण है। त्योहार के इस दिन मेट्रो ने फिर साबित कर दिया कि वह दिल्ली की जीवनरेखा है, जो हर मौसम और हर हाल में लोगों को उनकी मंज़िल तक पहुंचाने के लिए तैयार है।